सुरजेवाला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कीमतें कम होने के बावजूद देश में तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपया 72 के पार चला गया. सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स लगाकर करीब 11 लाख करोड़ रुपये कमाया, वो किसकी जेब में गया, सरकार आज तक इसका जवाब नहीं दे पाई.
वहीं एक आरटीआई का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि 29 ऐसे देश हैं जहां सरकार 34 रुपया और 37 रुपया प्रति लीटर के हिसाब से तेल बेच रही है. उन्होंने कहा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार से पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की बात कह रहे हैं. इससे आमजनों को 10 से 15 रुपये की राहत मिलेगी, लेकिन सरकार की कोई फैसला नहीं ले रही है.