लखनऊ , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 जिलों में स्वीकृत मेडिकल काॅलेजों का निर्माण कार्य 15 दिसम्बर से पहले शुरू कराये जाने के निर्देश दिए हैं।
यह मेडिकल काॅलेज सुलतानपुर, चन्दौली, बुलन्दशहर, पीलीभीत, औरैया, बिजनौर, कानपुर देहात, कुशीनगर, गोण्डा, कौशाम्बी, सोनभद्र, ललितपुर व लखीमपुर खीरी में स्वीकृत किए गए हैं।
श्री योगी ने शुक्रवार को स्वीकृत मेडिकल काॅलेजों, राज्य आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर तथा पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय गोरखपुर आदि परियोजनाओं के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुये कहा कि सभी निर्माण कार्यों के प्रारम्भ के साथ ही उनके पूर्ण होने की तिथि भी निर्धारित होनी चाहिए। किसी भी निर्माण कार्य के लिए अनावश्यक रिवाइज्ड इस्टीमेट प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं पड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राथमिकताएं तय करके निर्माण कार्यों को आगे बढ़ाया जाए।
उन्होने कहा कि मेडिकल काॅलेजों के निर्माण में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना प्राथमिकता पर तैयार कर मेडिकल काॅलेजों को शुरू करने के उद्देश्य से कार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में राज्य आयुष विश्वविद्यालय तथा पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय का निर्माण प्रारम्भ करने के लिए तेजी से कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर का शिलान्यास 25 जनवरी, 2021 से पूर्व कराकर निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया जाए। राज्य आयुष विश्वविद्यालय के अन्तर्गत प्रथम चरण में एफिलिएशन से सम्बन्धित प्रशासनिक भवन एवं आयुर्वेद, योग, नैचुरोपैथी से सम्बन्धित कार्य कराए जाएं। द्वितीय चरण में यूनानी एवं होम्योपैथी से सम्बन्धित कार्य सम्पन्न किए जाएं।
इस अवसर पर वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, दुग्ध विकास एवं पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव आयुष प्रशान्त त्रिवेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आलोक कुमार, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, निदेशक सूचना शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।