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यूपी के इस जिले में फूटा कोरोना बम,33 नये मामले

झांसी, उत्तर प्रदेश के झांसी में एक ही दिन में कोविड-19 के 33 नये मामले सामने आने के बाद पूरा प्रशासनिक अमला हरकत में आया गया और सावन के पहले सोमवार को शिवालयों और शहर के भीड़ भरे इलाकों का आला अधिकारियों ने दौरा किया तथा जरूरी दिशा निर्देश दिये।

जिलाधिकारी आंद्रा वामसी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डी प्रदीप कुमार ने कंटेनमेंट जोन का भ्रमण करते हुए निर्देश दिये कि कोरोना वायरस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जरूरी है कि सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो। घर पर रहें सुरक्षित रहें, जब बहुत जरूरी हो तभी बाहर निकले और मास्क लगाएं ताकि स्वयं के साथ दूसरों को भी कोविड-19 से सुरक्षित किया जा सके।

भीड़-भाड़ बिल्कुल ना हो इसे कड़ाई से सुनिश्चित किया जाए। कंटेनमेंट जोन में आवागमन सख्ती से प्रतिबंधित किया जाए तथा सर्विलांस टीम को सहयोग करते हुए परिवार के सदस्यों की जानकारी दी जाए।

इससे पहले रविवार को कराये गये संदिग्ध 365 नमूनों की जांच रिपोर्ट देर रात प्राप्त हुई जिसमें 33 की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी और इस तरह जिले में कुल संक्रमितों का आंकडा 277 जा पहुंचा जिसमें से 27 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले मे कुल सक्रिय मरीज 145 हैं और 105 की रिपोर्ट अब नेगेटिव आ चुकी है। इसके बाद जिले के आला अधिकारियों ने कमान संभालते हुए नगर भ्रमण शुरू कर दिया।

अधिकारियों ने शहर के कन्टेनमेंट जोन तालपुरा, बिखातखाना और उसके आसपास का क्षेत्र, चित्र चौराहा, सीपरी बाजार, मडिया मोहल्ला स्थित महादेव मंदिर तथा आंतिया तालाब के पास कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया। उन्होंने भ्रमण करते हुए लोगों को “ दो गज की दूरी बहुत जरूरी ” पर जोर देते हुए कहा कि इस नियम से ही कोविड-19 की चैन को तोड़ा जा सकता है। जिलाधिकारी ने शहर वासियों से अपील करते हुए कहा कि घर पर रहे स्वस्थ रहे, बहुत जरूरी हो तो मास्क लगाकर ही घर से निकले। कंटेनमेंट जोन में टीम सेम्पल और परिवार की जानकारी के लिए भ्रमणशील है। अतः आप सभी सहयोग करते हुए सैंपल दे यदि घर में कोई गंभीर बीमारी से ग्रस्त है तो तत्काल अस्पताल ले जाकर इलाज कराएं ताकि उन्हें कोविड-19 से बचाया जा सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी में कोरोना हेल्पडेस्क स्थापित की गयी है, हैल्प डेस्क में कोई भी मरीज आकर अपना टेस्ट कराना चाहता है, वह अपना आधार कार्ड, फोन नंबर देकर टेस्ट करा सकता है और टेस्ट परिणाम आने तक होम क्वॉरेंटाइन रहे, इससे जो भी मरीज गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे हैं उनका इलाज करने में आसानी रहेगी तथा स्थिति भी नियंत्रण में रहेगी। आप सभी से अपेक्षा की जाती है कि उक्त अवसर पर सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए और परिणाम आने तक होम क्वाॅरंटीन रहे और आप के परिणाम से आपके द्वारा उपलब्ध कराए गए फोन नंबर व्हाट्सएप तथा आपके ईमेल पर सूचित किया जाएगा। इस मौके पर एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, सीओ संग्राम सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

गौरतलब है कि झांसी में कोरोना संक्रमण तेजी से अपने पैर पसार रहा है। देश में कोरोना संक्रमण के प्रारंभ मे वीरांगना नगरी को काफी सुरक्षित समझा जा रहा था परंतु 27 अप्रैल को पहला मामला सामने आया और इसके बाद मरीजों की संख्या मे इजाफा हुआ लेकिन इसके बावजूद 12 मई तक इसपर काबू पा लिया गया और जिला कोरोना मुक्त घोषित कर दिया गया। हालात दस दिन तक सामान्य बने रहे लेकिन 22 मई को एक बार फिर कोरोना महामारी ने जिले में दस्तक दी । इसके बाद मरीजों की संख्या में फिर इजाफा हुआ और अनलॉक के बाद तो स्थिति लगातार खराब होती गयी । जिले में आज हालात यह हैं कि पूरे बुंदेलखंड में सर्वाधिक 27 मौतें यहीं हुई हैं और मरीजों का आंकड़ा हर दिन एक नयी ऊंचाई को छू रहा है।