बलिया, उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के भीमपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दलित मां-बेटी का शव पाया गया। दोनों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि अहिरौली गांव के हरिजन बस्ती निवासी वीरेंद्र राम विद्युत विभाग में वाराणसी में कार्यरत है। उसके तीन पुत्र हैं जो उसके साथ वाराणसी में रहते हैं। पत्नी सुरजावति देवी (55) और पुत्री रानी (22) गांव पर रहती थी। स्थानीय लोगों के अनुसार रानी की शादी हाल ही में तय हुई थी।
शुक्रवार को अपराह्न वीरेंद्र के मकान के तरफ से कोई महिला गुजरी तो घर में कोई चहल-पहल नहीं थी। उसने अंदर झांक कर देखा तो मां-बेटी रजाई ओढ़े बिस्तर पर सोई थीं। दरवाजा खुला पड़ा था, जब उसे शक हुआ तो उसने आसपास के लोगों को बुलाया। लोग जुटे तो उन्होंने दरवाजे से दोनों को आवाज लगाई, लेकिन उधर से कोई उत्तर नहीं दिया गया। इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने बिस्तर से रजाई हटाया तो मां-बेटी दोनों का खून से लथपथ शव पड़ा था। पुलिस ने बताया कि दोनों की धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या की गई है।मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने गहनता से छानबीन की। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने बताया कि दोनों मां-बेटी के बिस्तर पर बहा खून सूख चुका था। इससे लगता है कि हत्या रात में किसी समय की गयी है। दोनों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।