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यूपी मे जानलेवा कोरोना वायरस का घातक असर दिखना हुआ शुरू

लखनऊ , कोरोना संक्रमण को लेकर योगी सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद घनी आबादी वाले उत्तर प्रदेश में आज से जानलेवा वायरस का असर दिखना शुरू हो गया है।

मेरठ और बस्ती में कोरोना पाजीटिव मरीजों की मृत्यु हो गयी जबकि कोविड-19 से संक्रमित कम से कम 114 अन्य मरीजों का इलाज सूबे के विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है।

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आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मेरठ मेडिकल कालेज में भर्ती 72 वर्षीय बुजुर्ग को हालत बिगड़ने पर वेंटिलेटर पर रखा गया था जहां कुछ घंटे बाद उनकी मौत हो गयी। अस्पताल प्रशासन के अनुसार बुजुर्ग मधुमेह से पीडित थे।

उन्होने बताया कि इससे पहले गोरखपुर के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज में भर्ती बस्ती के एक युवक की पिछले सोमवार को मृत्यु हो गयी थी हालांकि आज लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी की लैब में उसके नमूने की जांच में कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुयी।

सूत्रों ने बताया कि राज्य में आज 13 नये कोरोना पाजीटिव मरीजों की पहचान की गयी है जिसके बाद घातक वायरस की चपेट में आने वाले मरीजों की तादाद बढ़ कर 116 हो गयी है। कोविड-19 से संक्रमित सबसे ज्यादा 48 मरीज गौतमबुद्धनगर के है जबकि मेरठ में अब 18 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

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उन्होने बताया कि आगरा में 12,लखनऊ में नौ,गाजियाबाद में आठ,बरेली में छह,वाराणसी और पीलीभीत में दो -दो और बुलंदशहर में तीन मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा लखीमपुर खीरी,कानपुर,मुरादाबाद,शामली, जौनपुर,बागपत और बस्ती में एक एक मरीज कोरोना संक्रमित पाया गया है।

सूत्रों ने बताया कि अब तक मिले कुल कोरोना पाजीटिव मरीजों में 17 पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं जिसके बाद उन्हे अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है जबकि अधिसंख्य की हालत स्थिर बनी हुयी है।

मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो आरसी गुप्ता ने बताया कि मृतक जिले में पहले कोरोना पाजीटिव मरीज का ससुर है। महाराष्ट्र के अमरावती से आये एक 50 वर्षीय व्यक्ति ने मृतक समेत अपने 17 रिश्तेदारों को संक्रमित किया था। मेरठ में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद 19 थी जिसमें एक की मृत्यु के बाद सभी 18 का इलाज मेरठ मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

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मृतक 29 मार्च को अस्पताल में भर्ती हुआ था जिसके बाद उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया था। मंगलवार देर रात तबियत बिगड़ने पर उन्हे वेंटीलेटर पर रखा गया। बुधवार सुबह बुजुर्ग की हालत ज्यादा ख़राब हो गई और दिन में करीब 11 बजे उन्होने अंतिम सांस ली।

प्रोफेसर ने बताया कि अस्पताल में भर्ती 18 कोरोना पाजीटिव मरीजों में सबसे गंभीर हालत अमरावती से आए शख्स की है। इसी शख्स के 15 अन्य रिश्तेदार भी कोरोना पॉज़िटिव हैं जबकि दो अन्य मरीज विदेश यात्रा से लौटे हैं।

इससे पहले गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में सोमवार को दम तोड़ने वाले युवक के नाेवल कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी थी। बस्ती नगर पालिका क्षेत्र निवासी युवक को श्वांस संबंधी समस्या के कारण रविवार को बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। बीआरडी मेडिकल कालेज में हुयी जांच में युवक को कोरोना संदिग्ध माना गया था जिसकी पुष्टि बुधवार को लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी (केजीएमयू) की लैब में हो गयी।

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सूत्रों ने बताया कि देश में यह पहला मामला है कि महज 25 वर्ष के युवक की मृत्यु कोविड-19 के संक्रमण से हुयी है। केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ सुधीर सिंह ने बताया कि गोरखपुर से मिला नमूना जांच में पॉजिटिव पाया गया है।

इस बीच बस्ती नगर पालिका क्षेत्र के तूर कहिया मोहल्ले को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है और लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। मोहल्ले में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। मृतक के परिजनों तथा एंबुलेंस चालक को जांच के लिए बस्ती मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।

सूत्रों ने बताया कि युवक रविवार को मेडिकल कॉलेज में सांस फूलने की शिकायत लेकर भर्ती हुआ था। पहले मेडिसिन वार्ड में भर्ती किया गया जबकि बाद में उसे कोरोना संदिग्ध मानते हुये ट्रामा सेंटर के आइसीयू में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने संदेह के आधार पर कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उसकी लार का नमूना लेकर लैब में भेजा था जहां जांच में कोरोना के लक्षण मिले थे। इसकी पुष्टि के लिये नमूने को क्रास चेकिंग के लिये केजीएमयू भेजा गया था।

उन्होने बताया कि मरीज की देखभाल कर रहे चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ को आइसोलेट करा दिया गया है वहीं दो लैब टेक्नीशियनों को भी हास्टल में आइसोलेट करा दिया गया है। पूरे वार्ड, आईसीयू समेत समूचे अस्पताल को सैनीटाइज कराया जा रहा है।