लखनऊ , उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इंजीनियरों को एक खास तरह के पुल निर्माण का मौका दिया है।
उत्तर प्रदेश में पुलों,आरओबी और फ्लाई ओवरों के निर्माण में सुरक्षा मानकों का ख्याल रखने के निर्देश देते हुये उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अधिकारियों से कहा कि वे सिंगल पिलर पर चार लेन के पुल बनाने की योजना पर काम करें।
श्री मौर्य ने सेतु निगम के कार्यो की प्रगति की समीक्षा करते हुये कहा कि पुलों के निर्माण में नई तकनीक का इस्तेमाल करते हुये, उपलब्ध मशीनरी का भरपूर प्रयोग किया जाय। आरओबी के मामलें में उन्होने कहा कि कतिपय स्थानों पर देखा गया है कि सेतु निगम द्वारा कार्य पूरा कर दिया गया है लेकिन रेलवे का कार्य नहीं हुआ है, ऐसे मामलों में रेलवे के अधिकारियों के साथ वर्चूअल मीटिंग करके यथासम्भव वह कार्य सेतु निगम स्वंय लेकर पूर्ण कराये।
उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि फ्लाई ओवरों के निर्माण में व्यू कटर जरूर लगाएं जांय, बड़े कस्बों और शहरों में बने आरओबी के नीचे रेलवे के फाटकों के पास छोटे वाहनों के गुजरने के लिये सर्विस रोड व आवागमन की सुविधा आवश्यकता के अनुरूप जरूर की जाय।
उन्होने कहा कि पुलों, विशेषकर पुराने पुलों का निरीक्षण कर लिया जाय और ज्वाइन्ट प्वाइन्टों पर जहां झटके लगते हैं, वहां विशिष्ट प्रकार के व उच्च क्वालिटी के इक्पेन्शन ज्वान्ट लगाये जांय। भविष्य में बनाये जाने वाले बड़े पुलाें में सेन्सर लगाये जाने के लिये आगणन में व्यवस्था की जाय। श्री मौर्य ने निर्देश दिये कि पुलों का निरीक्षण अनिवार्य रूप से कर लिया जाय तथा जहां मरम्मत की आवश्यकता हो, वहां पर मरम्मत शीघ्र से शीघ्र करायी जाय।
श्री मौर्य ने कहा कि भविष्य को देखते हुये सिंगल पिलर पर चार लेन के सेतु बनाये जाने हेतु अभी से कार्ययोजना बनाई जाय। लोक निर्माण विभाग की तरह सेतु निगम भी अपने कार्यों का प्रजेन्टेसन/प्रचार एलईडी के माध्यम से करे, ताकि लोगों को धरातल पर होने वाले कार्यों की जानकारी भी प्राप्त हो और निगम की शाख भी बढ़े ताकि भविष्य में बड़ी परियोजनाओं का काम भी मिले और निगम की आमदनी में इजाफा भी हो सके।