नयी दिल्ली , नियुक्ति में वरिष्ठता नजरंदाज किये जाने की अपील को रक्षा मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। रक्षा मंत्रालय ने नौसेना प्रमुख की नियुक्ति में वाइस एडमिरल विमल वर्मा की वरिष्ठता को नजरंदाज किये जाने के खिलाफ दायर वैधानिक अपील काे खारिज कर दिया है। वाइस एडमिरल वर्मा ने उनकी वरिष्ठता को नजरंदाज कर उनसे कनिष्ठ अधिकारी वाइस एडमिरल कर्मबीर सिंह को नौसेना प्रमुख नियुक्त करने के मामले में गत 10 अप्रैल को रक्षा मंत्रालय में वैधानिक अपील दायर की थी।
सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सेनाओं के प्रमुखों की नियुक्ति में वरिष्ठता महत्वपूर्ण मापदंड है लेकिन इस प्रक्रिया में केवल यह एक मापदंड ही नहीं होता। पहले भी इस तरह की नियुक्ति में वरिष्ठता को नजरंदाज किया गया है। मंत्रालय ने वाइस एडमिरल वर्मा की अपील को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इसमें ठोस तथ्य नहीं है। उसने यह भी कहा है कि सबसे वरिष्ठ अधिकारी होने के नाते वाइस एडमिरल वर्मा के नाम पर भी गंभीरता से विचार किया गया था।
नौसेना की अंडमान निकोबार कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल वर्मा ने नौसेना प्रमुख की नियुक्ति को चुनौती देते हुए सशस्त्र सेना न्यायाधिकरण में याचिका दायर की थी लेकिन न्यायाधिकरण ने उनसे प्रक्रिया के तहत पहले रक्षा मंत्रालय में वैधानिक अपील दायर करने को कहा था। न्यायाधिकरण ने कहा था कि यदि मंत्रालय में उनकी अपील खारिज हो जाती है तो अधिकारी वापस न्यायाधिकरण की शरण में आ सकते हैं। वाइस एडमिरल कर्मबीर सिंह नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा का स्थान लेंगे जो आगामी 31 मई को सेवानिवृत हो रहे हैं।