तुलसी को बेसिल भी कहा जाता है. हिंदू संस्कृति में तुलसी को बेहद पवित्र पौधा माना जाता है। यही कारण है कि सनातन परंपरा को मानने वाले अधिकांश घरों के आंगन में तुलसी का पौधा जरूर लगा होता है. लोग घरों के आंगन में तुलसी लगाकर रोज उसकी पूजा करते हैं तथा जल चढ़ाते हैं, लेकिन तुलसी केवल धार्मिक महत्व का पौधा नहीं है बल्कि इसके कई चिकित्सकीय गुण इसे औषधियों की कतार में भी शामिल करते हैं.
लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं तुलसी के साइड इफैक्ट्स के बारे में. तुलसी का पेड़ करीब-करीब हर भारतीय घर में पाया जाता है. तुलसी को लोग उसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण भी इस्तेमाल में लाते हैं. यही वजह है कि शायद आपने कभी ये नहीं सोचा होगा कि तुलसी की पत्तियां खाने के साइड इफैक्ट्स भी हो सकते हैं.
तुलसी की पत्तियां नहीं खानी चाहिए और इससे क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं आइए जानते हैं. तुलसी की पत्तियां गर्भवती महिला की सेहत के लिए हानिकारक होती हैं. तुलसी में ऐस्ट्रागॉल पाया जाता है जो गर्भाशय में सिकुड़न पैदा करता है. ये गर्भावस्था के दौरान बेहद खतरनाक हो सकता है. कई स्टडीज से पता चला है कि तुलसी की पत्तियों के सेवन से ब्लड शुगर की समस्या रहती है. अगर कोई डायबिटीज पीड़ित व्यक्ति पहले से ही दवाइयों का सेवन कर रहा है तो दवा के साथ तुलसी की पत्तियां खाने से बचे. ये शरीर में शुगर का लेवल जरूरत से ज्यादा घटा सकती हैं जो सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है.
तुलसी की पत्तियां खून को पतला करती हैं. लिहाजा जो लोग खून को पतला करने के लिए दवा नहीं लेना चाहते वे तुलसी की पत्तियों का घरेलू नुस्खा आजमा सकते हैं. तुलसी की पत्तियों में आयरन पाया जाता है. अगर आप इसे चबाकर खाते हैं तो दांतों में दाग-धब्बे पड़ सकते हैं. लिहाजा दांतों को बदरंग होने से बचाना है तो तुलसी की पत्तियों को सीधे निगल जाएं और चबाएं नहीं.