इटावा , उत्तर प्रदेश में इटावा की ऐतिहासिक सरसईनावर झील मे दर्जन भर से अधिक पक्षियों की मौत से हड़कंप मच गया है । मरने वाले पक्षी अप्रवासी है या प्रवासी अभी यह पता नही चल सका है नलेकिनयह प्रवासी पक्षियों के आने का सीजन है ।
वन विभाग के असफर जांच करने पहुंचे गये है ।
जिला प्रभागीय वन अफसर राजेश कुमार वर्मा ने कहा कि अफसर जांच करने के लिए मौके पर पहुंच गये है। सभी के शव का पोस्टमार्टम कराया जायेगा।
सरसईनावर के वेटलेंड परिसर मे पक्षियों को जहरीली दवाई देकर शिकार किया जा रहा है, दर्जनों की संख्या में देशी विदेशी पक्षों के शव मिलने पर सनसनी फैल गयी । ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में शिकारियों द्वारा कीटनाशक से पक्षियों के शिकार करने का आरोप लगाया है ।
सरसईनावर के वेटलेंड परिसर के रामसर साइट पर आने के बाद भी इसकी दशा नहीं सुधर पा रही है । सोमवार की सुबह यहां 10 से अधिक पक्षियों के शव मिलने से हडकंप मच गया । सर्दियों की शुरुआत होते ही राजकीय पक्षी सारस के साथ ही विदेशी पक्षियों का भी यहां आना शुरू हो गया है जिससे यह शिकारियों की निगाह में भी आ गये पक्षियों के मरने की सूचना पर आसपास के ग्रामीण एकत्रित हो गये मौके पर पहुंचे ।
जनकल्याण समिति के अध्यक्ष तिलक सिंह ने बताया कि शिकारी रात के अंधेरे में कीटनाशक पदार्थ खाद्यान्न में मिलाकर रख जाते हैं जिसको खाने से पक्षी बेहोश हो जाते हैं और कई मर जाते हैं। बेहोश पक्षियों को शिकारी साथ लेकर चले जाते हैं । बड़ी संख्या में शिकारियों के द्वारा विदेशी पक्षियों का शिकार किया जा रहा है ।
उपजिलाधिकारी ताखा सत्यप्रकाश ने बताया कि वह वेटलेंड परिसर का निरीक्षण करेंगे और घटना में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेगें साथ ही वन विभाग के कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जाएगी।
सर्दी की शुरुआत होने के साथ ही सरसईनावर के वेटलेंड परिसर में विदेशी पक्षियों की आवाजाही बढ़ने लगती हैं, इसके अलावा यहां बड़ी संख्या में राजकीय पक्षी सारस अपना आशियाना बनाए रहते हैं, वेटलेंड परिसर को बीते वर्ष अन्तरराष्ट्रीय रामसर साइट पर भी शामिल कर लिया गया था जिसके बाद इसके सौन्दर्यीकरण की उम्मीद बढ़ी थी लेकिन शिकारियों के द्वारा पक्षियों के शिकार करने से इसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।