एम0 वेंकैया नायडू ने एक बैठक में कहा कि उन्हें याद है कि उपराष्ट्रपति बनने से पहले चुनावों के दौरान वह प्रतिदिन 16 चुनावी सभाओं को संबोधित करते थे। उन्होंने कहा कि जनता से दूर होने पर अफसोस है लेकिन यह सम्मानजनक है। उन्होंने कहाए श्मैं 70 वर्ष की उम्र में राजनीति छोड़कर समाजसेवा करना चाहता था।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को अपने विरोधियों की आलोचना करने के दौरान कड़े शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। एम0 वेंकैया नायडू ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवारों द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करना लोकतंत्र का मजाक उड़ाना है। उन्होंने दोहराया कि वह लोकलुभावन योजनाओं के क्रियान्वयन के खिलाफ है।