एटा, उत्तर प्रदेश में एटा जिले के जैथरा क्षेत्र में सूदखोरों के उत्पीड़न से तंग एक किसान ने जहर खाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली।
अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने सोमवार को बताया कि सूदखोर से उधार ली गयी रकम के एवज में दोगुनी राशि का भुगतान करने के बावजूद दबंगो ने किसान की जमीन पर कब्जा कर लिया जिससे तंग आकर किसान संतोष कुमार ने खुदकुशी कर ली। मामले की रिपोर्ट मृतक की पत्नी शीला देवी ने जैथरा थाना में तीन सूदखोरों के खिलाफ दर्ज कराई है। फिलहाल तीनो सूदखोर फरार हैं।
मृतक के भाई शिव सिंह ने बताया कि उदय पूरा गांव निवासी संतोष कुमार ने कुछ वर्ष पूर्व सूदखोरी का काम करने वाले वीरेंद्र मिश्रा, अनुज मिश्रा, मनोज मिश्रा से खेती के लिए 45000 रुपये ब्याज पर लिए थे जिसके बंधक के रूप से सूदखोरों ने किसान की जमीन और उसके कागज रख ली थी। गरीब किसान से इन सूद खोरों ने धीरे धीरे 45000 रुपये के 90000 रुपये जमा करवा लिए और जब किसान अपना खेत वापस मांगने गया तो उसको भगा दिया और उसके खेत पर कब्जा कर लिया।
उसके बाद दबंग सूदखोरों ने किसान को धमकाकर उसकी बंधक रखी जमीन का इकरारनामा अपने नाम करवा लिया। चार दिन पूर्व दबंग सूद खोरों ने उक्त किसान की जमीन पर जबरन कब्जा करके खेत जोत लिया। किसान विरोध करने पहुंचा तो उसको भयभीत करके भगा दिया। अपनी जमीन छिन जाने से किसान को बहुत बड़ा आघात लगा और वो परेशान और गुम शुम रहने लगा और उसने पांच जून को विषाक्त पदार्थ खा कर आत्म हत्या कर ली।
मृतक किसान की पत्नी शीला देवी ने उक्त तीनों सूदखोरों के खिलाफ एटा जनपद के जैथरा थाने में आईपीसी की धारा 306, 447,504 के तहत एफआईआर दर्ज कराई है। घटना के बाद से ही तीनो सूद खोर फरार हैं।