नई दिल्ली, भूलने के भी फायदें हैं। एक शख्स को एक फैंटसी विडियो गेम खरीद कर भूल जाने का बड़ा फायदा मिला है। करीब 30 साल पहले 1988 में एक शख्स ने Kid Icarus एक फैंटसी विडियो गेम खरीदा था। इसे जापान की कंपनी निनटेंडो ने तैयार किया था।इत्तेफाक से जिस बैग में यह गेम रखा था, उसका ध्यान 30 सालों तक किसी को आया ही नहीं। यही वजह है कि गेम का पैकेट खोला तक नहीं गया।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अब ऑनलाइन नीलामी के दौरान इसे 9,000 डॉलर में खरीदा गया। नेवाडा के रहने वाले 40 वर्षीय स्कॉट ऐमॉस को यह गेम तब मिला, जब मां के कहने पर वह अपने पुराने सामान की सफाई करने वहां पहुंचे जहां वह बचपन में रहा करते थे। सफाई के दौरान उन्हें वहां एक बैग में Kid Icarus गेम नजर आया, जिसे इतने सालों में कभी खोला तक नहीं गया। इसके बैग में गेम के अलावा इसकी रसीद भी थी, जिससे पता चला कि इसे 1988 में 38.45 डॉलर में खरीदा गया था।
ऐमॉस ने सोचा कि इस गेम की कीमत कुछ हजार डॉलर्स में होगी, लेकिन जब उन्हें रेयर गेम्स को ग्रेड देने वाली डेनवर बेस्ड कंपनी के CEO डेनिज कान से इस गेम की असली कीमत का पता चला, तो वह हैरान रह गए। डेनिज कान ने गेम की तस्वीर देखने के बाद ऐमॉस से कहा कि जो तुम्हारे पास है, वह काफी स्पेशल है और इसके बदले तुम्हें काफी पैसे मिल सकते हैं। डेनिज कान ने ऐमॉस को कहा वह इस गेम को ऑथेंटिसिटी असेस्मेंट के लिए उनकी कंपनी को भेजें।
उन्होंने बताया कि इसके लिए 10,000 डॉलर के आस-पास कीमत मिल सकती है। इसके बाद ऐमॉस ने वेरिफिकेशन के लिए इसे कंपनी को भेजा। वेरिफिकेशन होने के बाद हेरिटेज ऑक्शन के जरिए खान ने ऐमॉस से कनेक्ट किया, जिसमें यह रेयर गेम 9000 डॉलर यानी करीब 7 लाख रुपये में बिका। दिलचस्प बात यह है कि उनके घर में किसी को भी याद नहीं था कि उन्होंने ऐसा कोई गेम खरीदा भी था। हालांकि, रसीद से पता चलता है कि इसे दिसंबर के महीने में खरीदा गया था। ऐसे में अब घरवालों का मानना है कि इसे क्रिसमस गिफ्ट के लिए खरीदा गया होगा।