नई दिल्ली, हरियाणा की राजनीति का डूबता-चमकता, चमकता-डूबता सितारा, वह सितारा जिसने सत्ता का सुख अगर भोगा, तो तिहाड़ जेल
की सलाखों की तन्हाई भी झेली हैं।
सितारे गर्दिश में पहुंचे तो 54 साल के गोपाल गोयल कांडा अपनी इमारतों की चार-दिवारी में बंद हो गए।
अब जब सुनहरा मौका हाथ लगते देखा तो चार-दिवारी से बाहर आकर चुनावी मैदान में उतर ताल ठोंक दी।
ताल ठोंकी तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि गोपाल के वक्त का गुणा-गणित आखिर परिणाम क्या निकाल कर देगा?
गोपाल कांडा, हरियाणा में किंगमेकर बनकर सामने आए हैं।
गुरुवार को नतीजों के बाद गोपाल कांडा, एक अन्य विधायक रंजीत सिंह चौटाला एक चार्टड प्लेन से दिल्ली के लिए रवाना हुए।
यहां उन्होंने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की, इसी के साथ ये भी तय हो गया कि वह भाजपा को समर्थन देने जा रहे हैं।
हरियाणा लोकहित पार्टी के उम्मीदवार गोपाल कांडा ने सिरसा से जीत दर्ज की है।
गोपाल कांडा हरियाणा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
उसने हरियाणा लोकहित पार्टी का भी गठन किया था।
एम डी एल आर एयरलाईन्स के नाम से वे एक विमानन कंपनी भी चलाते हैं।