लखनऊ, चाइल्ड लाइन 1098 पर एक एसी फोन काॅल आयी जिये सुनकर आप हिल जायेंगे?
कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में मेहनत मजदूरी कर बिन मां बाप के बच्चों की परवरिश कर रहे बुजुर्ग दादा ने चाइल्ड लाइन 1098 को फोन कर कहा कि कृपया मदद करें नहीं तो बच्चे भी मर जायेंगे। घटना सुल्तानपुर की है।
चाइल्ड लाइन के सूत्रों ने बताया कि एक बुजुर्ग कालर ने आज करीब 11 बजे चाइल्डलाइन -1098 पर फोन करके अपने चार पोता-पोतियों के लिए राशन की मदद मांगी। स्थानीय टीम ने संपर्क किया तो कालर ने बताया कि इन बच्चों के माता-पिता दोनों का स्वर्गवास हो चुका है और दादा ही मजदूरी करके इन चारों पोतो-पोतियों का पालन पोषण करता है। लाक डाउन के कारण मजदूरी भी बंद हो गयी है और अब जीवन यापन बहुत ही मुश्किल हो गया है। कृपया मदद करे वरना बच्चे भी मर जायेंगे। यह कह कर बुजुर्ग की आखें छलक पड़ीं।
चाइल्ड लाइन की टीम तुरंत सक्रिय हुई और दुकान से आटा, चावल, आलू-प्याज, दाल, तेल, बिस्कुट आदि राशन सामग्री खरीद कर कालर के घर रवाना ही गयी। चाइल्डलाइन की टीम को देख कर बच्चे बहुत खुश हुए और जब राशन के साथ बिस्कुट – केक पाए तो उसे खाकर उनकी ख़ुशी का ठिकाना न रहा। बच्चों की ख़ुशी को देख कर दादा की आँखों में फिर से आंसू आ गए और उनके मुंह से बरबस ही निकल पड़ा- धन्य हो चाइल्डलाइन।
चाइल्ड लाइन के निदेशक ने बताया कि इस सप्ताह 42 काल आ चुके जिन्हें टीम के सदस्यों ने खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया। संस्था खाद्य सामग्री के अलावा मास्क, सेनेटरी नपकिन आदि भी परिवार को प्रदान कर रही हैं। प्रताप सेवा समिति के सभी सदस्यों का पूरा सहयोग कार्यक्रम में मिल रहा है। संस्था पूर्व मंत्री विनोद सिंह की आभारी हैं जिन्होंने मास्क उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि हम किसी कालर का नाम, फोटो या पहचान किसी खुले मंच पर साझा नहीं कर सकते हैं।