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अगर ऱाशन कार्ड नही है तो करें ये काम पायें मुफ्त राशन

नयी दिल्ली , जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, ऐसे लोगों को भी मुफ्त राशन दिया जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान गरीबों को खाने की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। जब तक कोरोना की मार रहेगी और लोग अपनी रोजी-रोटी कमा नहीं पाएंगे, हमने उनकी खाद्य सुरक्षा के लिए पूरी योजना बना रखी है। हमने 71 लाख लोगों को 7.5 किलो प्रति व्यक्ति राशन बांट दिया है। दिल्ली में ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, लेकिन वे भी गरीब हैं, उनको भी राशन की जरूरत है। ऐसे करीब 10 लाख लोगों के लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई थी।

लेकिन अब पता चल रहा है कि ऐसे और भी लोग हैं, जिन्हें राशन की जरूरत है। इसलिए दिल्ली सरकार ने ऐसे 30 लाख लोगों के लिए और राशन का इंतजाम करने का फैसला लिया है। जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, ऐसे करीब 38 लाख लोगों के आवेदन सरकार के पास आए हैं। हमें लगता है कि इसमें से कुछ लोग राशन लेने नहीं आएंगे, लेकिन वे आएंगे, तो हम सभी को राशन देंगे। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, ऐसे 30 लाख लोगों को राशन दिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि जिन 30 लाख लोगों को राशन दिया जाएगा, वे लोग दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर जाकर आधार कार्ड या ऐसे किसी आईकार्ड की मदद से आवेदन करेंगे। इसके अलावा, ऐसे भी बहुत सारे लोग हैं, जिनके पास कोई कार्ड नहीं है। बहुत सारे लोग हैं, जो यूपी, बिहार आदि राज्यों से कुछ महीनों के लिए कमाने के लिए आते हैं। ये लोग कुछ महीने दिल्ली में रहने के बाद वापस चले जाते हैं। लेकिन वे लाॅक डाउन की वजह से दिल्ली में रूक गए हैं। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और न वे ई-कूपन के लिए वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर पा रहे हैं, ऐसे लोगों के लिए हमने व्यवस्था की है कि दिल्ली के सभी विधायक और सांसद, चाहे वह किसी भी पार्टी के हों, सबको 2-2 हजार फूड कूपन जारी किए जाएंगे। उस कूपन पर प्रति व्यक्ति 5 किलो राशन मिलेगा। विधायक और सांसद ऐसे सभी लोगों को कूपन दे सकते हैं, जिनके पास राशन कार्ड या आधार कार्ड आदि नहीं है। विधायक या सांसद अपने विधानसभा के अंदर रहने वाले गरीब लोगों को कूपन दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काफी दिन से लाॅक डाउन चल रहा है। गरीबों के घर में बिल्कुल कमाई बंद हो गई है। केवल चावल या गेहूं से काम नहीं चल सकता है। इसीलिए जब 28 या 29 अप्रैल से अगले महीने का राशन बंटने लगेगा, तब जो लोग राशन कार्ड या ई-कूपन लेकर आएंगे, उन सभी को बेसिक सामान की एक-एक किट दी जाएगी। जिसमें खाने का तेल, छोले, चीनी, नमक, हल्दी, मसाला, साबून, दलिया जैसे रोजमर्रा के सामान होंगे। यह किट बनाई जा रही है। राशन की दुकान पर राशन लेने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को किट दी जाएगी। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनको भी एक-एक किट मई माह के राशन के साथ दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमने आंकलन किया है कि यदि दिल्ली में बीमारी बढ़ गई, तो कितने एंबुलेंस की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए दिल्ली सरकार ने 60 नई एंबुलेंस हायर करने का आदेश दे दिया है। देश के कई इलाकों से सूचना आ रही है कि वहां जब पत्रकारों के टेस्ट कराए गए, तो कई पत्रकारों में भी कोरोना निकल रहा है। पत्रकार इस समय आगे बढ़ कर रिपोर्टिंग कर रहे हैं, देश की सेवा कर रहे हैं। वे बड़ी हिम्मत का काम कर रहे हैं। मैं सभी पत्रकारों के जज्बे को सलाम करता हूं। वे बहुत बड़ा काम कर रहे हैं। इस समय सभी के लिए सही जानकारी मिलना जरूरी है। पत्रकारों की सुरक्षा के मद्देनजर बुधवार (22 अप्रैल) सुबह से पत्रकारों की जांच के लिए एक जांच केंद्र शुरू किया है। इसकी सभी जानकारी पत्रकारों और मीडिया हाउस को दे दी जाएगी। जो भी पत्रकार अपनी जांच कराना चाहते हैं, वे अपनी मुफ्त जांच करा सकते हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि एक भी पत्रकार को कोरोना नहीं निकलेगा।

उन्होने कहा कि उनकी सरकार ने कोरोना प्रकोप के मद्देनजर दिल्ली में रहने वाली कुल आबादी में से 50 प्रतिशत यानी एक करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है।
श्री केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली की आबादी दो करोड़ है। सरकार ने इसमें से करीब एक करोड़ लोगों को लाॅकडाउन के दौरान मुफ्त राशन दे रही है। अभीतक 71 लाख राशन कार्ड धारकों को 7.5 किलो राशन मिल चुका है। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, ऐसे 30 लाख लोगों को राशन दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिनके पास आधार या राशन कार्ड नहीं है, उन्हें भी ई-कूपन के जरिए 5-5 किलो मुफ्त राशन मिलेगा। ऐसे लोगों को संबंधित विधानसभ क्षेत्र का विधायक या सांसद ई-कूपन उपलब्ध कराएंगे। मई माह के राशन के साथ सभी लोगों को रोजमर्रा की बेसिक सामानों की एक-एक किट भी दी जाएगी। इसके अलावा सरकार फील्ड में रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों का कल से कोरोना का निशुल्क जांच कराएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 अप्रैल की रात तक दिल्ली में कोरोना के 2081 केस हो चुके हैं। इनमें से 431 लोग ठीक हो कर अपने घर जा चुके हैं। इनमें 47 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई है। अभी फिलहाल 1603 कोरोना के मरीज हैं। 20 अप्रैल को हमने करीब 1397 सैंपल लिए थे। इनमें केवल 78 केस पाॅजिटिव आए हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से जिन लोगों की मौत हो रही है। उनका हमने आंकलन किया है। कोरोना की वजह से जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 80 प्रतिशत लोग 50 साल से अधिक उम्र के हैं। इनमें सिर्फ 20 प्रतिशत लोग 50 साल से कम उम्र के हैं। इसका मतलब यह है कि जवान लोगों की कम मौत हो रही है।

जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 83 प्रतिशत लोगों को कोई और भी बीमारी थी। इन लोगों को पहले से हार्ट, सुगर, सांस या कैंसर आदि की बीमारी थी। पहले से गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों में कोरोना उस बीमारी को और खराब कर देता है और उस वजह से उनकी मौत हो जाती है। इसको अंग्रेजी में को-मोरबिटी कहते हैं। जिन लोगों को को-मोरबिटी थी, ऐसे 83 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है। इसीलिए मैं बार-बार अपील करता हूं कि बुजुर्ग लोग अपना ख्याल रखें। खासकर 60 साल से अधिक उम्र के लोग अपना ख्याल रखें। जिनके घर में बुजुर्ग हैं, वे लोग उनका ख्याल रखें। उन्हें घर से बिल्कुल न निकलने दें।

सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखें। जिन लोगों को सुगर, हार्ट या कैंसर समेत कोई और बीमारी है, वो लोग भी अपना खास ख्याल रखें। अगर उनको कोरोना हो गया, तो उनकी जान जा सकती है।