उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज (बीआरडी) भर्ती व्यक्ति की इलाज के दौरान हुई मृत्यु के बाद शव को कोरोना जांच के बिना ही परिजनों को सौंपने का मामला प्रकाश में आया है। परिजनों का आरोप है कि बीआरडी मेडिकल कालेज प्रशासन ने मृतक का बिना कोरोना जांच कराए ही शव बुधवार को सौंप दिया था। उन्होंने अंतिम संस्कार भी कर दिया है। जिलाधिकारी कुशीनगर ने गुरूवार को गांव में स्वास्थ्य टीम भेजकर मृतक के परिजनों का कोरोना जांच कराने का आदेश दिया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम गुरूवार अहिरौली बाजार क्षेत्र के भगवानपुर खुर्द गांव में मृतक पूर्व प्रधान के घर एम्बुलेंस के साथ पहुंचा। सीएचसी प्रभारी डॉ हेमन्त वर्मा, डा आरण्डी द्विवेदी के साथ थानाध्यक्ष अहिरौली बाजार राहुल सिंह भी मौजूद थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम एम्बुलेंस से पूर्व प्रधान के पिता इस्लाम अंसारी,पत्नी सबनम खातून, बेटा अमन अंसारी को कोरोना जांच के लिए जिला अस्पताल कुशीनगर ले गई।
प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ वर्मा ने बताया कि इन सभी के सैम्पल कोरोना जांच के लिए भेजा गया है। जब तक जांच रिपोर्ट नही आ जाती तब तक इन सभी लोगों को जिले के आइसोलेशन वार्ड में रखा जायेगा।