वाराणसी, उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी और स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने ‘वन महोत्सव सप्ताह’ के तहत पड़ाव स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मृति उपवन में पौधारोपण किया।
इस अवसर पर डॉक्टर तिवारी ने जीवन के लिए पर्यावरण संतुलन को अति आवश्यक बताते हुए कहा कि जब से दुनिया शुरू हुई है, तभी से इंसान एवं क़ुदरत के बीच गहरा रिश्ता रहा है। पेड़ों से पेट भरने के लिए फल-सब्ज़ियां और अनाज मिलता। तन ढकने के लिए कपड़ा और घर के लिए लकड़ी। इनसे जीवनदायिनी ऑक्सीज़न भी मिलती है, जिसके बिना कोई एक पल भी ज़िन्दा नहीं रह सकता।
श्री जायसवाल ने स्मृति उपवन के अलावा दो अन्य स्थानों पर भी पौधारोपण के बाद कहा कि बदलते दौर के साथ लोगों का प्रकृति से रिश्ता टूटने लगा। बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए वृक्ष काटे जा रहे हैं। नतीजतन जंगल खत्म हो रहे हैं जिससे पर्यावरण संकट में है तथा जनजीवन खतरे में पड़ गया हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वह अपने माता-पिता एवं अन्य पूर्वजों के नाम पर कम से कम एक पौधों का अवश्य लगाये।
उन्होंने अपने पिता स्वर्गीय रमाशंकर जायसवाल एवं माता लालमणि देवी के नाम पर पौधरोपण भी किया। इससे पूर्व उन्होंने विधानसभा शहर उत्तरी के विंध्यवासिनी नगर पार्क में पौधरोपण किया। उन्होंने तत्पश्चात ‘आरंभ फाउंडेशन’ के तत्वावधान में चौकाघाट ढेलवरिया स्थित वेदांती मंदिर परिसर एवं लाजपत नगर पार्क में पौधरोपण किया।
इस अवसर पर वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के उपाध्यक्ष राहुल पांडेय ने भी अपने पूर्वजों के नाम पर पौधरोपण किया।