साझा प्रेस वार्ता में दोनों नेताओं के सामने कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, साथ ही साथ दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर चर्चा की. इस दौरान पीएम मोदी ने अफगानिस्तान के मसले पर कहा कि भारत हमेशा स्वतंत्र अफगानिस्तान की आशा करता है. इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि भारत-रूस मानते हैं कि किसी देश के आंतरिक मसले में किसी तीसरे देश को दखल नहीं देना चाहिए.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत-रूस के बीच 20वां समिट है, जब पहला समिट हुआ था तब मैं गुजरात के CM के तौर मैं अटल बिहारी वाजपेयी के साथ यहां आया था और तब भी व्लादिमीर पुतिन यहां के राष्ट्रपति थे. हमारी कोशिश दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की है.
PM मोदी ने कहा कि भारत में रूस के सहयोग से न्यूक्लियर प्लांट बन रहे हैं, हमारे रिश्तों को हम राजधानियों के बाहर पहुंचा रहे हैं. पीएम बोले कि भारत-रूस डिफेंस, कृषि, टूरिज्म, ट्रेड में आगे बढ़ रहे हैं. स्पेस में हमारा सहयोग लगातार आगे बढ़ रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ऐसा अफगानिस्तान देखना चाहता है जो स्वतंत्र, शांत और लोकतांत्रिक हो. हम दोनों किसी देश के आंतरिक मामले में बाहरी दखल के खिलाफ हैं. अगले साल भारत-रूस मिलकर टाइगर कन्जर्वेशन पर बड़ा फोरम करने में सहमत हुए हैं.