जालंधर, आल इंडिया जाट महासभा चण्डीगढ़ और पंजाब ने कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा आहूत 25 सितम्बर के पंजाब बंद को समर्थन देने का एलान किया है।
महासभा के राष्ट्रीय प्रतिनिधि और पंजाब मंडी बोर्ड के निदेशक राजिन्दर सिंह बडहेड़ी ने आज पंजाब और चण्डीगढ़ के अधिकारियों के साथ बैठक के पश्चात बताया कि जाट भाईचारा किसान का दर्द समझता है क्योंकि जाट भाईचारा पहले किसान है और राजनीतिक पार्टी का सदस्य बाद में।
उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल, हरसिमरत कौर बादल और बिक्रम मजीठिया कभी खेतों में नहीं गये। उनका पेशा ट्रांसपोर्ट, केबल नेटवर्क, रेत बजरी और होटल कारोबारों से सम्बन्धित है।
श्री बडहेड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह विधानसभा में इन कृषि कानूनों को रद्द करने का प्रस्ताव पास करवा चुके हैं और बाहर भी किसानों की हिमायत कर रहे हैं। कैप्टन जाट महासभा के राष्ट्रीय प्रधान हैं।