नयी दिल्ली , घरेलू बाजारों में आपूर्ति के बाद खादी और ग्रामोद्योग आयोग सूत के कपड़े से बने मास्क विदेशी बाजारों में बेचने की तैयारी कर रहा है.
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को यहां बताया कि आयोग ने मास्क की आपूर्ति राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकारों को की है . इसके अलावा आयोग ने जिला स्तर पर ये मास्क मुफ्त वितरित भी किए हैं.
आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि खादी फेस मास्क का निर्यात, ‘स्थानीय से वैश्विक’ होने का सबसे बढ़िया उदाहरण है। उन्होंने कहा कि गैर-चिकित्सा एवं गैर-सर्जिकल मास्क के निर्यात पर प्रतिबंध हटा लिए जाने के बाद आयोग अब विदेशों में खादी कपास और रेशम फेस मास्क के निर्यात की संभावनाओं का पता लगा रहा है। सक्सेना ने कहा कि आयोग को आठ लाख मास्क की आपूर्ति के ऑर्डर प्राप्त हो चुके हैं और लॉकडाउन अवधि के दौरान छह लाख से ज्यादा मास्क की आपूर्ति की जा चुकी है।
राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्र सरकार के मंत्रालयों, जम्मू-कश्मीर सरकार से ऑर्डर प्राप्त हुए हैं और आम नागरिकों द्वारा ईमेल के माध्यम से ऑर्डर मिले हैं। मास्क की बिक्री करने के अलावा, पूरे देश में खादी संस्थानों ने जिला प्राधिकरणों को 7.5 लाख से ज्यादा खादी के मास्क मुफ्त में बांटे गए हैं।
उन्होंने कहा कि दुबई, अमेरिका, मॉरीशस और कई यूरोपीय और मध्य पूर्व देशों में खादी फेस मास्क की आपूर्ति करने की योजना है. इनमें पिछले कुछ वर्षों में खादी की लोकप्रियता काफी बढ़ी है।