लखनऊ , कोरोना संक्रमण दर को हर हाल में रोकने के निर्देश देते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि हर जिले में इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सेंटर स्थापित किये जायेंगे जो कोविड-19 सम्बन्धी सभी कार्यवाहियों व गतिविधियों की माॅनीटरिंग करेंगे।
श्री योगी ने आज यहां वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों सहित वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि 17 जुलाई रात्रि 10ः00 बजे से 20 जुलाई प्रातः पांच बजे तक पूर्व की भांति प्रतिबन्ध लागू रहेंगे। स्वच्छता व सैनिटाइजेशन तथा संचारी रोग नियंत्रण अभियान जारी रहेगा। इस दौरान स्वच्छता व सैनिटाइजेशन तथा संचारी रोगों के नियंत्रण के सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही की जाए। शनिवार व रविवार को साप्ताहिक बन्दी रहेगी। लोग अनावश्यक अपने घरों से बाहर न निकलें।
उन्होने कहा कि कण्टेन्मेण्ट जोन के सम्बन्ध में स्थानीय स्तर पर निर्णय लेते हुए सख्ती से कार्यवाही की जाए। डोर-टू-डोर सर्वे अभियान व्यापक स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। रैपिड टेस्ट किए जाएं और कोरोना संदिग्ध केसेज को शीघ्रता के साथ कोविड हाॅस्पिटल में भर्ती करने की कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि कोविड हाॅस्पिटल में पर्याप्त संख्या में बेड मौजूद हैं। सर्वे के समय कोविड-19 रोगी की स्थिति के अनुसार उसे एल-1, एल-2 या एल-3 अस्पताल में भर्ती किए जाने की व्यवस्था की जाए।
श्री योगी ने कहा कि हर जिले में रैपिड टेस्ट किट उपलब्ध करायी जा रही है। इसके सम्बन्ध में लोगों को उचित प्रशिक्षण देते हुए 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जनपदों में न्यूनतम 500 तथा इससे अधिक आबादी वाले जिलों में कम से कम 1000 रैपिड एण्टीजेन टेस्ट प्रतिदिन सुनिश्चित किए जाएं। सर्विलांस टीम प्रभावी ढंग से कार्य करे। इन टीमों को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए। सर्वे गतिविधियों को मिशन मोड में संचालित किया जाए। हर जनपद में कोरोना की जांच प्रक्रिया में तेजी लायी जाए। उन्होंने इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरते जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। इनका मार्गदर्शन व सहयोग लेते हुए शनिवार व रविवार को कोविड-19 तथा स्वच्छता व संचारी रोग नियंत्रण अभियान सम्बन्धी गतिविधियों को संचालित किया जाए। प्रत्येक नगर निकाय व ग्राम पंचायत में स्वच्छता अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जाए। फाॅगिंग का कार्य हो। वर्षा ऋतु के दृष्टिगत संचारी रोगों की रोकथाम के प्रबन्ध किए जाएं। उन्होंने पेयजल की शुद्धता की जांच की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होने कहा कि एसजीपीजीआई, डाॅ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान तथा केजीएमयू के विशेषज्ञों की एक टीम बनायी गई है। यह टीम अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा के समन्वय से कार्य करेगी। कोविड-19 के सन्दर्भ में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर इस टीम के साथ संवाद बनाते हुए उनका समाधान किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा प्राइवेट हाॅस्पिटल, आईएमए तथा नर्सिंग एसोसिएशन के साथ संवाद बनाते हुए कोविड-19 के रोगियों के इलाज की व्यवस्था आवश्यकतानुसार सुनिश्चित की जाए। रोगियों के परिजनों से भी संवाद बनाया जाए और उन्हें अनिवार्य रूप से रोगी की स्थिति की जानकारी प्रदान की जाए। कोविड-19 के सन्दर्भ में प्रतिदिन आवश्यकतानुसार प्रातः व सायं जिलाधिकारी समीक्षा सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेरठ, लखनऊ, कानपुर नगर, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, एटा, मथुरा, गोण्डा, बस्ती, गोरखपुर, कुशीनगर, बलिया, वाराणसी, सोनभद्र, प्रयागराज तथा झांसी के जिलाधिकारियों से कोविड-19 संक्रमण की स्थिति, डोर-टू-डोर सर्वे, सर्विलांस, रैपिट टेस्ट, काॅन्टैक्ट टेस्टिंग आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।