चुनाव आयोग के अनुसार, वर्ष 2014 की तुलना में इस बार चुनाव अधिक शांतिपूर्ण रहा। पहले छह चरणों में मतदान का राष्ट्रीय औसत 67.37 प्रतिशत रहा। पहले चरण में 69.61 प्रतिशत, दूसरे चरण में 69.44, तीसरे चरण में 68.40, चौथे चरण में 65.51, पाँचवे चरण में 64.16 और छठे चरण में 64.40 प्रतिशत मतदान हुआ था। सातवें चरण में अंतिम सूचना मिलने तक 64.15 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
सातवें और आखिरी चरण में कुछ स्थानों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच रविवार को सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 59 सीटों पर लगभग 64.15 प्रतिशत मतदान हुआ और इसके साथ ही सत्रहवीं लोकसभा का चुनाव सम्पन्न हो गया। सभी सात चरणों में 542 सीटों के लिए कुल मिलाकर करीब 67 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। वर्ष 2014 के चुनाव में 66.30 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पिछली बार की तुलना में मतदान में इस बार 4.1 करोड़ अधिक महिलाओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पुरुषों और महिलाओं के बीच मतदान का अंतर 2009 से लगातार कम होता जा रहा है। वर्ष 2009 में यह अंतर नौ प्रतिशत थाए जो 2014 में 1.46 प्रतिशत तथा इस बार 0.4 प्रतिशत रह गया है।
चुनाव आयोग के अनुसार, पश्चिम बंगाल और पंजाब में कुछ जगहों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। राज्य में आज नौ सीटों पर हुए मतदान में कई जगह बम फेंके जाने और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल तथा मतदाताओं के बीच झड़प की घटनायें हुईए लेकिन हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई।
अंतिम चरण में सबसे अधिक 75.51 प्रतिशत मतदान मध्य प्रदेश में हुआ। पश्चिम बंगाल में 73.51 प्रतिशत, झारखंड में 71.16 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 70.95 प्रतिशत, केन्द्र शासित चंडीगढ़ में 63.57 प्रतिशत, पंजाब में 65.31 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 58.01 प्रतिशत तथा बिहार में 53.36 प्रतिशत वोट पड़े।