अयोध्या मामले में बाबर के वंशज ने मांगी माफी, कहा-मंदिर निर्माण शुरू होगा तो हम…?
October 5, 2018
नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश) , शाही मुगल बाबर व बहादुरशाह जफर की छठवीं पीढ़ी के वंशज ने अयोध्या में मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाये जाने की घटना पर विश्व के हिंदू समाज से क्षमा मांगी है।
बाबर के वंशज याकूब हबीबुद्दीन तुस्सी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव में परमहंसी गंगा आश्रम जाकर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान बाबर के वंशज याकूब ने कहा कि टाइटल सूट के मुताबिक यदि जमीन बाबर की निकली तो हम रामलला का मंदिर बनाने के लिए समर्थन देने को तैयार हैं। और जब मंदिर का निर्माण शुरू होगा तो उसमें अपनी तरफ से सोने की एक ईट भी देंगे।
याकूब ने कहा कि शाही मुगल बाबर व बहादुरशाह जफर की छठवीं पीढ़ी का वंशज होने के नाते हम बाबर के सेनापति मीरबांकी द्वारा 1528 ईस्वी में अयोध्या में हुई निंदनीय घटना पर विश्व के हिंदू समाज से क्षमा चाहते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया में वायरल हो रहे स्वामी चक्रपाणी के नाम से लिखे एक पत्र को सही बताते हुए कहा कि मेरे पूर्वज बाबर ने भी अपनी वसीयत में अयोध्या की घटना को कलंक बताते हुए लिखा है कि हिंदुस्तान में संत-महात्मा का इकराम करो, मंदिरों की हिफाजत करो व न्याय एक समान करो।