नयी दिल्ली, हवा की धीमी रफ्तार और कम तापमान के कारण प्रदूषकों के इकट्ठा होने की वजह से दिल्ली में मंगलवार को वायु गुणवत्ता “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गई। मौसम विभाग की तरफ से यह जानकारी दी गई।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि बुधवार को भी वायु गुणवत्ता के “गंभीर” श्रेणी में ही रहने की आशंका है। उन्होंने कहा कि 26 दिसंबर तक इसमें ज्यादा सुधार होने का पूर्वानुमान नहीं है।
शहर में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 418 रहा जो गंभीर श्रेणी में आता है। सोमवार को यह 332 था जबकि रविवार को 321 और शनिवार को 290 था।
पड़ोसी शहरों के वायु प्रदूषण की बात करें तो फरीदाबाद में यह 407, गाजियाबाद में 468, ग्रेटर नोएडा में 458 और नोएडा में 450 था और वायु गुणवत्ता यहां भी “गंभीर” श्रेणी में ही रही।
शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
श्रीवास्तव ने वायु गुणवत्ता में गिरावट के लिये हवा की धीमी गति, कम तापमान और पश्चिमी विक्षोभ के कारण ज्यादा आर्द्रता को जिम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा कि कम तापमान से हवा भारी हो जाती है और प्रदूषक जमीन के करीब फंसे रहते हैं।
मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और हवा की अधिकतम गति आठ किलोमीटर प्रतिघंटा रही।