लखनऊ, उत्तर प्रदेश में भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक डाॅ रोशन जैकब ने दावा किया कि खनन कार्यों में अपनायी गयी सरल और सुगम प्रक्रिया से खनन राजस्व में रिकार्ड बढ़ोत्तरी हुयी है।
डा जैकब ने रविवार को कहा कि लाॅकडाउन के दौरान देश में सबसे पहले उत्तर प्रदेश में खनन प्रक्रिया शुरू करायी गयी। खनन राजस्व बढ़ाने के हर सम्भव प्रयास किये गये। मई में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 80 प्रतिशत तथा जून माह में 100 प्रतिशत से अधिक राजस्व की वसूली की गयी।
उन्होने कहा कि उपखनिजों के परिवहन के सम्बन्ध में रियायतों के साथ उपखनिजों के खनन परिहार धारकों की बकाया किस्तों को जमा करने के लिये प्रक्रिया में सरलीकरण करते हुये अवधि बढ़ायी गयी, जिससे परिहारधारकों को काफी सुविधा मिली। कोरोना संकट काॅल के दौरान भी खनन प्रक्रिया में तेजी आने से कार्यदायी संस्थाओं और निर्माण से सम्बन्धित विभागों को पर्याप्त मात्रा में उपखनिजों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी गयी।
डा जैकब ने बताया कि उपखनिजों के परिवहन के फलस्वरूप जहां उपखनिजों की प्रदेश में उपलब्धता सुनिश्चित करायी गयी, वहीं भण्डारण भी आवश्यकता के अनुरूप कर लिया गया है। इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में कहीं अधिक उपखनिजों का भण्डारण किया गया है और भण्डारण स्थलों से उठान/परिवहन के सम्बन्ध में ई-फार्म-सी की प्रक्रिया अपनाये जाने से परिवहन में पारदर्शिता आयेगी और पर्यवेक्षण आदि कार्यो में सुगमता रहेगी। इससे वर्षा के मौसम में भी उपखनिजों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।