नयी दिल्ली , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज विश्वास व्यक्त किया कि नौसेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और जरूरत पड़ने पर वह अपने समुद्री जहाजों और विमानों की कार्रवाई के लिए तुरंत तैनाती कर सकती है।
श्री सिंह ने यहां नौसेना के शीर्ष कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय नौसेना ने अपने लोगों को स्वदेश लाने के लिए सबसे बड़ा अभियान ‘ऑपरेशन समुद्र सेतु’ चलाकर राष्ट्र के हितों की रक्षा में योगदान दिया। नौसेना ने कोरोना की चुनौती और समुद्र की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूूद पड़ोसी देशों से 4000 लोगों को उनके परिवारों से मिलाया। इसके अलावा मालदीव , मारिशस और मेडागास्कर जैसे देशों को मिशन सागर के जरिये चिकित्सा सहायता भी पहुंचायी। नौसेना के कोरोना महामारी के मद्देनजर क्वारंटीन केन्द्रों का भी सफलतापूर्वक संचालन किया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि नौसेना ने सरकार की क्षेत्र में सभी की सुरक्षा और विकास से संबंधित महत्वाकांक्षी सोच ‘सागर’ के तहत अनेक मिशन आधारित तैनाती की और संवेदनशील स्थानों पर युद्धपोतों तथा विमानों को तैनात कर देश के समुद्री हितों की रक्षा की। इस तरह की तैनाती से नौसेना ने जरूरत पड़ने पर हिन्द महासागर क्षेत्र में मानवीय सहायता और बचाव अभियान चलाये तथा अंतर्राष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा पहुंचाने में योगदान दिया।
सशस्त्र बलों में हो रहे गतिशील बदलावों का उल्लेख करते हुए श्री सिंह ने चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ के पद और सैन्य मामलों के विभाग के गठन का जिक्र किया। इस कदम को मील का पत्थर बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे तीनों सेनाओं में तालमेल बढेगा और विशेष रूप से प्रशिक्षण , रक्षा खरीद तथा सेनाओं में एकीकरण तथा अभियानों में इसका फायदा होगा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की चुनौती को स्वीकार करते हुए नौसेना ने मौजूदा वित्त वर्ष में संचालन, प्रशासन और आधुनिकीकरण के क्षेत्र में निरंतर प्रगति की है। वित्तीय चुनौतियों के बावजूद सरकार ने सेनाओं की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिकारियों को आपात शक्तियां दी। सरकार की मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप नौसेना की आत्मनिर्भर भारत की ओर से प्रतिबद्धता पर उन्होंने कहा कि वह स्वदेशीकरण की प्रक्रिया में अग्रणी रही है।
उन्होंने कहा कि अब तक हासिल की गयी उपलब्धियों की गति को बनाये रखना जरूरी है। हाल ही में शुरू किये गये नौसैनिक नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन को उन्होंने इसी दिशा में एक कदम करार दिया। नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह ने रक्षा मंत्री को कोरोना महामारी की चुनौती से निपटने के लिए किये गये नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नौसेना द्वारा विकसित उपकरणों का विभिन्न एजेन्सियों द्वारा प्रभावशाली ढंग से इस्तेमाल किया जा रहा है।