किदवई नगर स्थित प्राचीनश्री एकांतेश्वर महादेव मंदिर में होते है रोज नए चमत्कार

कानपुर, किदवई नगर स्थित संजय वन मैं अति प्राचीन एकांतेश्वर महादेव मंदिर जिसका इतिहास बहुत ही पुराना है। जब यहां पर घनघोर जंगल हुआ करता था तब महादेव जी खुद ही प्रकट हुए थे। फिर बाद में भक्तों ने मिलकर एक सुंदर मंदिर का निर्माण यहां कराया। जिसमें महादेव बाबा के अलावा हनुमान जी भोलेनाथ, गणेश जी, साक्षात माता दुर्गा आदि भगवानों की मूर्ति स्थापित है.।
आपको बता दें कि इस मंदिर में कई अद्भुत घटनाएं होती रहती हैं जैसे कि यहां पर स्थित पगडिया का पेड़ जिसके इस तने में स्वत:ही देवी देवताओं की साक्षात आकृतियां प्रकट होती है, और विलीन हो जाती है। सावन के महीने में अद्भुत प्रकार के जीव जंतुओं, मोर और सांपों का आवगमन लगा रहता है।
यहां पर उपस्थित पंडित अनुपम मिश्रा ने बताया शाम की आरती के समय भगवान भोलेनाथ की आकृति मंदिर की दीवारों पर स्वयं ही प्रकट होती है और एक अद्भुत रोशनी मंदिर के प्रांगण में फैल जाती है। जब मंदिर का प्रांगण बंद करते हैं तो लोटे से भरा जल सुबह मंदिर खोलने के बाद स्वत खाली मिलता है। ऐसे चमत्कारों से भरा है यह एकांतेश्वर महादेव मंदिर।इस मंदिर में कहते हैं कि सच्चे मन से मांगी गई कोई भी मनौती अधूरी नहीं रहती। गहरी श्रद्धा है तो तुरंत मनौती पूर्ण होती है और यदि और यदि श्रद्धा गहरी नहीं है तो भी कोई भी मनोती अपूर्ण नहीं रहती।इस मंदिर में कहते हैं कि इस मंदिर में सच्चे मन से मांगी गई कोई भी मनौती अधूरी नहीं रहती। गहरी श्रद्धा है तो तुरंत मनौती पूर्ण होती है और यदि और यदि श्रद्धा गहरी नहीं है तो भी कोई भी मनोती अपूर्ण नहीं रहती।
इस मंदिर परिसर में योगा करने वाले संजय वन के अध्यक्ष वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी दिनेश कुमार गुप्ता, एवं भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील कुमार मिश्रा बताते हैं कि इस मंदिर प्रांगण में योगा करने से सारे शरीर शांति और स्फूर्ति बढ़ जाती है, सारे शरीर में मन में कोई तनाव नहीं रहता।
रिपोर्टर मनोज सिन्हा