कोरोना का नया वैरियंट सामने आया है। जिसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी की है।
कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से तेजी पकड़ ली है। दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामले फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेताया है कि कई हफ्तों से कोरोना के गिरते मामलों के बाद अचानक आंकड़ों में होने वाली बढ़ोतरी किसी बड़ी मुसीबत का नजर आने वाला छोटा सा सिरा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि हर देश अलग-अलग चुनौतियों के साथ एक अलग स्थिति का सामना कर रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। हम सभी देशों से अलर्ट रहने की गुजारिश करते हैं। वैक्सीनेशन, टेस्टिंग इत्यादि सभी जरूरी प्रक्रियाएं जारी रखें। कोरोना के बढ़ते हुए मामलों पर उन्होंने कहा कि महामारी की अभी जो वास्तविक स्थिति है हम उसका एक छोटा हिस्सा ही देख पा रहे हैं, लेकिन ये एक बड़ी मुसीबत जैसी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में माना है कि दुनिया के कई देशों में डेल्टाक्रान के मामले भी सामने आए हैं। जिन देशों में डेल्टाक्रान के मामले सामने आए हैं, उनमें फ्रांस, नीदरलैंड्स, डेनमार्क और अमेरिका का नाम भी शामिल है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोविड-19 के वायरस के 5 सब-वैरिएंट हैं- BA।1, BA।1।1, BA।2, BA।2।2 और BA।3। अब जिस वायरस ने चिंता बढ़ा दी है, उसका वैज्ञानिक नाम BA।1 + B।1।617।2 है। माना जा रहा है कि एक ही समय में डेल्टा और ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज से डेल्टाक्रॉन का उदय हुआ है। ब्रिटेन में सबसे पहले इसके केस सामने आए थे।
वहीं, चीन में कोरोना के मामले सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। पश्चिमी यूरोप के भी कई देशों में संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
हॉन्ग कॉन्ग में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बीते रविवार को यहां कोविड के 32,430 नए केस सामने आए थे। वहीं 264 लोगों की मौत हो गई थी। हॉन्ग कॉन्ग के नेता ने कहा कि शहर के 3,00,000 लोग घर में आइसोलेट हैं। जहां एक तरफ दुनिया में कोविड के नियमों में छूट दी जा रही है। वहीं यहां नियमों को और सख्त किया गया है। हॉन्ग कॉन्ग में दूसरे जगहों से आए लोगों और किसी संक्रमित के संपर्क में आए लोगों के लिए 21 दिन के क्वारंटीन का नियम बनाया गया है।