कल से होने जा रहे हैं ये 10 बड़े बदलाव,आपके जीवन में पर पड़ेगा इसका प्रभाव
August 31, 2019
नयी दिल्ली, 1 सितंबर यानी रविवार से देश में बहुत कुछ बदल रहा है जिसका राबता आपके व हमारी जेब से है। इन बदलावों से रोजमर्रा की जिंदगी पर काफी असर पड़ेगा। सितंबर महीने से बैंकिग, ट्रैफिक नियम और आधार पैन से जुड़े कई नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं.
स्टेट बैंक एक सितंबर से अपने ग्राहकों को होम और ऑटो लोन को रेपो रेट से लिंक करेगा. इससे ग्राहकों को यह लाभ होगा कि जब भी आरबीआइ रेपो रेट में कटौती करेगा, तो आपको इसका तुरंत फायदा मिलेगा. इएमआइ में राहत मिलेगी.
केवाइसी नहीं, तो मोबाइल वॉलेट बंद : यदि आप पेटीएम, फोनपे या गूगल पे जैसे मोबाइल वॉलेट का उपयोग करते हैं, तो शनिवार तक इसकी केवाइसी पूरी करा लें, क्योंकि, एक सितंबर से ऐसा नहीं कराने पर आपका मोबाइल वॉलेट काम करना बंद कर देगा.
फिक्ड डिपॉ़जिट दरों में कटौती : स्टेट बैंक ने रिटेल डिपॉजिट पर ब्याज दर घटा दी है. एक लाख रुपये तक के डिपॉजिट वाले ग्राहकों को सेविंग अकाउंट में 3.5 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा. एक लाख से ज्यादा डिपॉजिट वाले जो ग्राहक हैं उनके लिए यह दर तीन फीसदी ही रहेगी.
सेवा टैक्स और सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी के पुराने विरासती मामलों (माफी योजना) को कम करने के लिए विवाद निबटान और माफी योजना एक सितंबर से चार महीने के लिए अमल में आ जायेगी. इसमें बकाया टैक्स चुकाया जा सकेगा और कानूनी कार्रवाई भी नहीं होगी.
बैंक खाते से कैश निकासी पर टीडीएस : एक साल में बैंक, को-ऑपरेटिव बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाते से एक करोड़ रुपये से ज्यादा निकासी पर टीडीएस वसूला जायेगा.
50 लाख के भुगतान पर टीडीएस : घर की मरम्मत, शादी-ब्याह या किसी अन्य काम के लिए पेशेवर को सालाना 50 लाख से ज्यादा का भुगतान पर 05% की दर से टीडीएस.
लाइफ इंश्योरेंस के टैक्सेबल हिस्से पर टीडीएस : लाइफ इंश्योरेंस के मैच्योर होने पर मिली रकम यदि टैक्सेबल है,तो कुल इनकम वाले हिस्से पर पांच फीसदी की दर से टीडीएस कटेगा.
पैन के बदले आधार का इस्तेमाल : पैन के बदले आधार को कुछ तय ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही निर्धारित समयसीमा के अंदर पैन को आधार से लिंक नहीं करने पर पैन इनऑपरेटिव (निष्प्रभावी) हो जायेगा.
जनरल इंश्योरेंस कंपनियां अब वाहनों को भूकंप, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं तोडफोड़ और दंगे जैसी घटनाओं से होने वाले नुकसान के लिए अलग से बीमा कवर उपलब्ध करायेगी.
तंबाकू के पैकेट पर चेतावनी को लेकर सरकार ने पुराने कानून में बदलाव किया है. एक सितंबर से तंबाकू के पैकेट पर एक नंबर प्रिंट होगा, जिस पर कॉल करने पर नशे से पीड़ित लोगों को नशा छुड़ाने के उपाय बताये जायेंगे.