लखनऊ, प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के जन्मदिन पर उनके बेहद करीबी माने जाने वाले एक नेता ने अनूठा गिफ्ट देकर सबको चौंका दिया।
5 जनवरी को वसंत पंचमी पर प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का जन्मदिन था। अपने जन्मदिन के अवसर पर जब अपने शुभचिंतकों, मित्रों व स्नेहीजनों से शुभकामनायें व बधाईयां ले रहे थे, ठीक उसी समय उनके बेहद करीबी रहे पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल टिकट न मिलने से नाराज होकर प्रसपा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम रहे थे।
समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे पूर्व विधायक शारदा प्रताप शुक्ल ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने यहां स्थित पार्टी कार्यालय में शुक्ल को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी। वह लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से तीन बार विधायक रहे हैं। फिलहाल वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के सदस्य थे।
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले शुक्ल ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा करते हुये कहा कि सपा अब पूरी तरह से भटके हुये लोगों का समूह मात्र रह गयी है। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के बाद सपा का वजूद ही मिट जायेगा।
चुनाव से पहले सपा प्रसपा गठबंधन होने के बाद शुक्ल, सरोजनी नगर सीट से टिकट मांग रहे थे। मगर, सपा से अभिषेक मिश्रा को इस सीट पर टिकट मिलने के बाद उन्होंने शुक्रवार को सरोजनी नगर सीट से भाजपा के प्रत्याशी राजेश्वर सिंह को समर्थन देने और भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर दी। शारदा प्रताप शुक्ल ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में भाजपा और सरोजनी नगर सीट से राजेश्वर सिंह की जीत को सुनिश्चित बताते हुए दावा किया कि लखनऊ की किसी भी सीट पर इस बार सपा का खाता नहीं खुलेगा।
2012 के विधानसभा चुनाव में शिवपाल सिंह यादव की प्रबल संस्तुति के कारण शारदा प्रताप शुक्ल को समाजवादी पार्टी से लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से टिकट मिला था। शारदा प्रताप शुक्ल को चुनाव जिताने और उन्हे मंत्री बनवाने मे शिवपाल सिंह यादव की प्रभावी भूमिका से कोई इंकार नहीं कर सकता है। इस बार प्रसपा ने सपा से गठबंधन किया । शिवपाल सिंह ने जो सूची अखिलेश यादव को दी उसमें शारदा प्रताप शुक्ल का नाम शामिल था। लेकिन चुनाव से ठीक पहले प्रसपा का चुनाव चिन्ह चाभी से बदलकर स्टूल कर दिया गया। इसलिये शिवपाल सिंह यादव को स्वयं भी सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ना पड़ रहा है। अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह के अलावा प्रसपा के किसी भी अन्य नेता को टिकट नही दिया। लेकिन एन जन्मदिन पर शिवपाल सिंह यादव की पार्टी छोड़कर बीजेपी का पल्लू पकड़कर शारदा प्रताप शुक्ल ने अपने नेता को जन्म दिन पर बड़ा गिफ्ट दिया है।
वहीं, अपने जन्मदिन पर सबकी बधाईयां स्वीकार करते हुये शिवपाल सिंह यादव ने एक ट्वीट किया-
मेरे जन्मदिन के अवसर पर आप सभी शुभचिंतकों, मित्रों व स्नेहीजनों से मिले शुभकामनाओं व बधाई सन्देशों से अभिभूत हूं। मै आप सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि इसी तरह आपका स्नेह, सहयोग, मार्गदर्शन और आशीर्वाद सदैव मुझे मिलता रहेगा।
मेरे जन्मदिन के अवसर पर आप सभी शुभचिंतकों, मित्रों व स्नेहीजनों से मिले शुभकामनाओं व बधाई सन्देशों से अभिभूत हूं। मै आप सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि इसी तरह आपका स्नेह, सहयोग, मार्गदर्शन और आशीर्वाद सदैव मुझे मिलता रहेगा।
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) February 5, 2022