मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए विरोधी दलों ने की लामबंदी
September 30, 2018
भोपाल,मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है।तीन महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के विरोधी दलों ने लामबंदी शुरू कर दी है।
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ने एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने के लिए कमर भी कस चुकी है।राजधानी में आठ दलों ने बैठक कर तय किया कि भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए संपूर्ण विपक्षी एकता के लिए महागठबंधन बनाया जाएगा। इसमें कांग्रेस को भी साथ लिया जाएगा।मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनाव में गैर भाजपा महागठबंधन निर्माण के लिए रविवार को यहां विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक हुई।
लोकक्रांति अभियान के संयोजक गोविंद यादव ने बताया कि यहां विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक हुई। बैठक में सभी गैर भाजपा दलों ने लोकतंत्र बचाने के लिए विपक्षी एकता पर सहमति व्यक्त कर प्रदेश से भाजपा सरकार को हटाने का संकल्प लिया।बैठक में लोकतांत्रिक जनता दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), बहुजन संघर्ष दल, गोड़वाना गणतंत्र पार्टी और प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
वही, माकपा व भाकपा ने संपूर्ण विपक्षी एकता के लिए महागठबंधन बनाने पर सहमति व्यक्त की, बाकी दलों ने विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व पूर्ण गठबंधन का भी समर्थन किया।मध्य प्रदेश में एंटी इनकंबेंसी का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक और झटका लगा है।दरअसल, शुक्रवार को रीवा के पूर्व विधायक पुष्पराज सिंह ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।पूर्व विधायक पुष्पराज सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में शुक्रवार को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।भाजपा विरोधी महागठबंधन बनाने पर सभी विपक्षी दलों के बीच सीटों के बंटवारे सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए अगली बैठक 7 अक्टूबर को होगी।