नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को पद्म पुरस्कार जैसे सम्मान पाने वाले लोगों के काम के बारे में जानकारी हासिल करने का आग्रह करते हुए कहा है कि इन पुरस्कारों के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ रहा है और एक नया सम्मान पैदा हो रहा है।
श्री मोदी ने रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में रविवार को कहा कि पद्म पुरस्कार पाने वाले लोग जमीन से जुड़ी विभूतियां होती हैं और सभी देशवासियों को उनके प्रेरणास्पद कार्यों के बारे में जानकारी होने चाहिए।
पद्म पुरस्कार पाने वालों को प्रेररणा का स्रोत बताते हुए उन्होंने कहा “पिछले मार्च में एक वीडियो सोशल मीडिया और मीडिया में चर्चा में रहा। चर्चा यह थी कि कर्नाटक की 107 साल की एक माँ,राष्ट्रपति-भवन समारोह में प्रोटोकाल तोड़कर राष्ट्रपति जी को आशीर्वाद देती है। यह महिला थी सालूमरदा थिमक्का, जो कर्नाटक में ‘वृक्ष माता’ के नाम से प्रख्यात हैं और वो समारोह था, पद्म-पुरस्कार का। बहुत ही साधारण पृष्ठभूमि से आने वाली थिमक्का के असाधारण योगदान को देश ने जाना, समझा और सम्मान दिया था। उन्हें पद्मश्री सम्मान मिला।”
उन्होंने कहा “भारत अपनी इन महान विभूतियों को लेकर गर्व की अनुभूति करता है। जमीन से जुड़े लोगों को सम्मानित कर गौरवान्वित महसूस करता है। हर वर्ष की भांति, कल शाम को पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। मेरा आग्रह है कि आप सब इन लोगों के बारे में ज़रूर पढें। इनके योगदान के बारे में, परिवार में चर्चा करें।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन पुरस्कारों के बारे में लोगों ने नया विश्वास पैदा हुआ है। उन्होंने कहा “वर्ष 2020 के पद्म पुरस्कारों के लिए 46 हज़ार से अधिक नामांकन प्राप्त हुए हैं। यह संख्या 2014 के मुक़ाबले 20 गुना से भी अधिक है। यह आंकड़े जन-जन के इस विश्वास को दर्शाते हैं कि पद्म पुरस्कार अब लोक सम्मान बन गये हैं। पद्म पुरस्कारों की सारी प्रक्रियाएं अब ऑन लाइन हैं। पहले जो निर्णय सीमित लोगों के बीच होते थे वो आज पूरी तरह से जनता के द्वारा लिए जा रहे है। पद्म पुरस्कारों को लेकर देश में एक नया विश्वास और सम्मान पैदा हुआ है।”