पालघर (महाराष्ट्र), साधुओं की पीट-पीटकर हत्या करने में मामले में चर्चा में आया पालघर एक बार फिर चर्चा मे है।
पालघर के एक जनजातीय बहुल गांव में तीन मूर्तियां मिली हैं और ऐसा माना जा रहा है कि ये मूर्तियां 12वीं सदी की हैं।
जवाहर के तहसीलदार (राजस्व अधिकारी) संतोष शिंदे ने बताया कि जवाहर तालुका के जामसार गांव के कुछ लोग शुक्रवार को एक झील की खुदाई कर रहे थे, तभी उन्हें मूर्तियां मिलीं।
उन्होंने बताया कि खुदाई की दौरान मिलीं इन प्राचीन कला कृतियों में युद्ध नायकों और गाय की मूर्तियां शामिल हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ये मूर्तिया मध्यकालीन हैं।
शिंदे ने कहा कि वह स्थल का दौरा करेंगे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारी भी इन मूर्तियों का मुआइना करेंगे।
कुछ ग्रामीणों का दावा है कि इस इलाके में पहले कभी इस प्रकार की मूर्तियां नहीं मिली हैं।
उन्होंने कहा कि गांव में तीन झीलें है, जिनमें पानी भरा है और इनकी खुदाई से इस प्रकार की और मूर्तियां मिल सकती हैं। यह इलाका वार्ली चित्रकला के लिए मशहूर है।