गाजीपुर ,बुलंदशहर में भीड़ हिंसा में एक पुलिस अफसर की मौत के कुछ दिन बाद ही अब यूपी के गाजीपुर में ऐसी ही एक घटना घटी है। आज निषाद पार्टी और एसबीएसपी से ताल्लुक रखने वाले प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा किए गए हमले में एक सिपाही की मौत हो गई।
यूपी के गाजीपुर में आरक्षण की मांग को लेकर निषाद समाज के लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। पीएम की सभा समाप्त होने के बाद शनिवार की शाम एकाएक कठवामोड़ पुल पर जाम लग गया। जाम देख पीएम की सभा से वापस लौट रही करीमुद्दीनपुर थाने की पुलिस जाम समाप्त कराने में जुट गई।
तभी धरने पर बैठे लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस बीच कई वाहनों के शीशे टूटे। आंदोलनकारियों ने एक पुलिसकर्मी की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई। सीएम योगी ने मामले को संज्ञान में लिया है। सीएम ने पुलिसकर्मी के परिजनों को 40 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र आरक्षण सहित अन्य मांगों को लेकर चल रहे निषाद समाज के धरने को शनिवार को अनुमति नहीं दी गई थी। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में अशांति फैलाने की आशंका पर पुलिस ने निषाद पार्टी के एक नेता को हिरासत में लिया था। साथी को हिरासत में लेने की नाराजगी और आरक्षण की मांग को लेकर पार्टी के लोग कठवामोड़ के पास सरयू पांडेय पार्क में धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। करीब दो बजे नगर के आरटीआई मैदान में पीएम मोदी कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ गया।