नई दिल्ली,केंद्र सरकार ने लड़कियों की सुरक्षा, पोषण, उच्च शिक्षा आदि के लिये कई योजनाएं बनाई हैं। इन योजनाओं में शादी शगुन योजना भी शामिल है। शादी शगुन योजना को देश के अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है.
देश में अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री शादी शगुन योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार शादी से पहले स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाली अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को 51 हजार रुपये देती है। देश में अल्पसंख्यक समुदाय में मुस्लिम समुदाय की संख्या सबसे ज्यादा है। मुस्लिम समाज में लड़कियों की उच्च शिक्षा की स्थिति काफी खराब है।
इसका मकसद अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों और उनके अभिभावकों को इस बात के लिए प्रोत्साहित करना है कि लड़कियां उच्च शिक्षा पूरी कर सकें। इस योजना का लाभ केवल मुस्लिम समाज की लड़कियां ही उठा सकती हैं। शादी शगुन योजना का लाभ केवल उन्हीं मुस्लिम लड़कियों को मिलता है जिन्होंने स्कूली स्तर पर बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृति हासिल की है। यह छात्रवृति मुस्लिस, इसाई, सिख, बौद्ध, जैन, और पारसी समुदाय की लड़कियों को मिलती है।
शादी शगुन योजना का लाभ केवल उन्हीं मुस्लिम लड़कियों को मिलेगा जिन्होंने स्कूली स्तर पर बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति हासिल की होंगी। योजना के लाभार्थी का स्नातक की पढ़ाई पूरी करना जरूरी है। स्नातक की पढ़ाई मान्यता प्राप्त कॉलेज से की जानी चाहिए। मुस्लिम लड़की भारत की नागरिक होना अनिवार्य है। लड़की के माता-पिता की सालाना आमदनी दो लाख रुपये से अधिक नहीं हो।