नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश की मंगलवार को तारीफ करते हुए कहा जिस तरह का व्यवहार उन्होंने किया है, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है।
राज्यसभा में 20 सितंबर को कृषि क्षेत्र से जुड़े विधेयकों को पारित कराने के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और उस समय सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे उपसभापति हरिवंश के सामने पहुंच गए और माइक तोड़ दिये तथा वहां रखे कागज उठाकर फेंक दिए।
सभापति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को इस घटना पर कठोर कार्रवाई करते हुए हंगामा कर रहे विपक्ष के आठ सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया था और यह सदस्य संसद भवन परिसर में ही धरने पर बैठ गए और रात भर वहीं रहे । उपसभापति धरना दे रहे सत्र से निलंबित सांसदों के लिए आज सुबह चाय लेकर पहुंचे थे।
श्री मोदी ने उपसभापति के इस व्यवहार की तारीफ करते हुए आज ट्वीट कर लिखा,”बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी। आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने श्री हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है। हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए। लेकिन आपको आनंद होगा कि आज हरिवंश जी ने उन्हीं लोगों को सवेरे-सवेरे अपने घर से चाय ले जाकर पिलाई।”
उन्होंने लिखा,” यह हरिवंश जी की उदारता और महानता को दर्शाता है। लोकतंत्र के लिए इससे खूबसूरत संदेश और क्या हो सकता है। मैं उन्हें इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।”
जिन विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया है, वे तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन , आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, कांग्रेस के राजीव सातव, सैयद नासिर हुसैन, रिपुन बोरा और सीपीआई (एम) से केके रागेश और एल्मलारान करीम हैं।