दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने इतने आरोप-पत्र दाखिल किये ?

नयी दिल्ली, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध और समर्थकों के बीच झड़प के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने मंगलवार को दो आरोप-पत्र दाखिल किये।
पुलिस के अनुसार क्राइम ब्रांच ने कड़कड़डूमा कोर्ट में यह आरोप-पत्र दायर किये। दोनों आरोप पत्र में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र उमर खालिद का नाम है। दिल्ली हिंसा मामले में तीन विशेष जांच टीमें गठित की गई थीं।

पुलिस ने बताया कि पहला आरोप पत्र आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ है। इसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और आर्म्स एक्ट के तहत मामला है। इस मामले में ताहिर समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने दावा किया है उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के पीछे गहरी साजिश थी।

पुलिस का कहना है कि ताहिर ने दिल्ली हिंसा में अहम भूमिका निभाई है। इस मामले में ताहिर के छोटे भाई शाह आलम को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि दूसरा आरोप पत्र पिंजड़ा तोड़ की सदस्य नताशा नरवाल और देवांगना कलिता के खिलाफ जाफराबाद मामले में दायर किया गया है। पुलिस का कहना है कि जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास भीड़ को एकत्र करके सड़क अवरुद्ध करने में पिंजड़ा तोड़ की इन दोनों सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका थी। ये दोनों हिंसा की साजिश में शामिल पाई गईं और इनका संबंध ‘इंडिया अगेंस्ट हेट’ नामक समूह तथा उमर खालिद के साथ था।

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों और इसका विरोध करने वालों के बीच उत्तर पूर्वी दिल्ली में 23 से 26 फरवरी के बीच हिंसा हुई थी, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए थे और 200 लोग घायल हो गए थे।

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