13 विधायकों के इस्तीफे से गहरे राजनीतिक संकट से घिरी सरकार
July 6, 2019
बेंगलुरु, कर्नाटक में शनिवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन के कम से कम 13 विधायकों के विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद राज्य में 13 महीने पुरानी गठबंधन सरकार गहरे राजनीतिक संकट से घिर गई है।
विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार शनिवार को इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार करने के लिए अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। असंतुष्ट विधायकों ने श्री कुमार की अनुपस्थिति में उनके सचिव को इस्तीफा सौंपने के बाद राज्यपाल वजूभाई आर वाला से मुलाकात करने राजभवन भी गये। उन्होंने राज्यपाल को अपने इस्तीफे को लेकर स्थिति भी स्पष्ट की।शीर्ष राजनीतिक सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता और मंत्री डी के शिवकुमार द्वारा असंतुष्ट विधायकों को मनाने के अंतिम समय में किये गये प्रयास के वांछित परिणाम नहीं निकल सके क्योंकि विधायकों ने अपने फैसले पर अड़े रहने का फैसला कर लिया है।
राज्य में अचानक घटे इस राजनीतिक घटनाक्रम पर अपना राजनीतिक दांव लगा रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने इस आरोप का खंडन किया है कि इस राजनीतिक संकट के पीछे भाजपा का हाथ है।विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा कि इन इस्तीफों का भाजपा से कोई संबंध नहीं है और हमने आने वाले दिनों में घटने वाले राजनीतिक घटनाक्रम का साक्षी के तौर पर इंतजार करने का निर्णय लिया है।
राज्य में अचानक तेजी से हुआ यह राजनीतिक घटनाक्रम मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की अनुपस्थिति में घटा है। श्री कुमारस्वामी अभी अमेरिका में हैं और अपनी यात्रा को बीच में छोड़कर वह कल वापस आ सकते हैं। इस बीच, कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी महासचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी के सी वेणुगोपाल को स्थिति संभालने का कार्यभार सौंपा है। श्री वेणुगोपाल ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारामैया, मंत्री डी के शिवकुमार और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खांद्रे के साथ मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा शुरू कर दी है।
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष ने कम से कम 11 विधायकों के इस्तीफा सौंपने की पुष्टि की है। उन्होंने नौ जुलाई को प्रत्येक विधायकों को बुलाने के बाद इस्तीफों पर अंतिम निर्णय लने का वादा भी किया है।गौरतलब है कि 225-सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में विपक्षी भाजपा के 105, कांग्रेस के 79, जद(एस) के 38 और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक विधायकों के साथ-साथ दो निर्दलीय और एक मनाेनीत सदस्य हैं।