रामपुर , दिल्ली हिंसा में मृत किसान की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हुआ है कि उसकी मृत्यु का कारण गोली लगना नहीं बल्कि गिरना,टकराना और रगड़ खाना है जो एक हादसे से ही हो सकता है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि रामपुर में बिलासपुर क्षेत्र के डिबडिबा गांव निवासी नवरीत सिंह दिल्ली किसान आन्दोलन में शामिल होने गया था। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में नवरीत सिंह की मृत्यु हो गयी थी। मृतक के परिजन उसके शव को दिल्ली से बिना पंचायतनामा एवं पोस्टमार्टम के अपने घर अन्तिम संस्कार के लिये लाये थे जिसका रामपुर में पुलिस एवं प्रशासन द्वारा पंचायतनामा की कार्यवाही करते हुए चिकित्सकों के समूह से पोस्टमार्टम कराया गया और पूरी कार्यवाही की विडियों ग्राफी भी करायी गयी।
उन्होने बताया कि नवरीत सिंह की मृत्यु का कारण मृत्यु से पूर्व शरीर पर आयी चोटों को बताया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो चोटे अंकित की गयी है, उनमें सिर के बीच में दो सेमी घाॅव है जो कि हड्डी तक है जो कि किसी से टकराने के कारण हो सकता है। बाई खोपडी में उपर की तरफ सूजन है जो चोट लगने के कारण हो सकती है। दाई आंख के ऊपर अन्दरूनी भाग में 1.50-02 सेन्टी मीटर घाव है जो अन्दर हड्डी तक है। दाहिने कान की तरफ से खोपडी पर भेजा बाहर आ गया है ऐसा फर्श से तेजी से टकराने के कारण हो सकता है।
मृतक किसान की ठोडी के नीचे बाई तरफ गुम व गहरी चोट है जबकि कमर व हिप, घुटने पर घिसटने की चोटे है।
उसके सीने में दाहिने साईड 21 सेन्टी मीटर तक त्वचा के अन्दर खून जमा हुआ है। दाहिनी साईड के निप्पल पर खून जमा हुआ है। सीधे साईड के हिप से लेकर घुटने तक छिली हुई चोट लगी है जो रगड खाने से लगी हुई प्रतीत होती है।
सूत्रों ने बताया कि गोली लगने आदि का कोई तथ्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उल्लेखित नही है।