लखनऊ, प्रेस काउंसिल आफ इण्डिया के चेयरमैन न्यायमूर्ति चन्द्र मौलि प्रसाद ने आज कहा कि पत्रकारिता की सबसे बड़ी चुनौती उसकी विश्वसनीयता है जिसे हमें हर हाल में बरकरार रखना होगा। आज समाचारों में पेड खबरे छप रही है, मीडिया घराने बढ़ रहे हैं और पत्रकारिता का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। ये बहुत ही गम्भीर स्थिति है, हमें इस चुनौती से उबरना होगा, मीडिया की खोई विश्वसनीयता हमें पुनः स्थापित करनी होगी।
जानिये, पीएम मोदी क्यों हैं, दुनिया के सबसे महंगे चौकीदार…
मायावती ने किया बड़ा खुलासा, बताया-बीजेपी कैसे दलितों-पिछड़ों का आरक्षण समाप्त कर रही..
न्यायमूर्ति मौलि दैनिक जन मोर्चा लखनऊ के स्थापना दिवस के अवसर पर हिन्दी मीडिया सेन्टर गोमतीनगर में आयोजित पत्रकारिता की नई चुनौतियाँ विषयक संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। न्यायमूर्ति डी0जी0 सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस संगोष्ठी में मौलि बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। संगोष्ठी में विविध पत्रकारों ने भी पत्रकारिता पर अपने विचार व्यक्त किये।
भीम आर्मी चीफ के साथ ज्यादती का अनूठा विरोध, भाजपा के खिलाफ बढ़ रहा दलित आक्रोश
बीएसपी ने अचूक रणनीति के बल पर हारी बाजी जीती, बीजेपी को दी मात पर मात
वरिष्ठ पत्रकार शीतला बख्स सिंह ने कहा कि पत्रकारिता का उपयोग व्यक्ति व्यवसाय एवं सार्वजनिक जीवन की उपयोगिता के लिये होना चाहिये जो कि स्वार्थ से परे हो। स्वच्छ पत्रकारिता के लिये हमारा क्या योगदान हो सकता है। इस पर गम्भीर चिन्तन किया जाना चाहिए।
अमिताभ बच्चन के विपक्ष के प्रति बढ़े प्रेम से भाजपा परेशान, कांग्रेस में जाने की अटकलें तेज
नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बाद कांग्रेस कर सकती है एक और धमाका, य़ूपी का यह दिग्गज नेता संपर्क मे
वरिष्ठ पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी प्रजातांत्रिक देश में संसद महत्वपूर्ण है उसे सभी क्षेत्रों में स्वस्थ परम्परा बनाये रखने के लिए कानून बनाने का हक है। सामूहिक समस्याओं पर चिन्तन मनन और सार्वभौमिक रास्ता निकालना उसका दायित्व है अभी तक पत्रकारिता के क्षेत्र में कोई नियमावली नहीं बनी है इस दिशा में भी कार्य किया जाना चाहिए।
मायावती का बसपा मे परिवर्तन का क्रम जारी, पूर्व मंत्री और विधायक बसपा से बाहर, जिलाध्यक्ष बदला
इन्वेस्टर्स समिट में आ रहे भाजपा विधायक सहित चार की सड़क दुर्घटना मे मौत, पीएम मोदी दुखी
उन्होंने कहा कि पहले समाचार पत्र मालिक से नही सम्पादक से जाना जाता था पर अब मालिक ही सम्पादक बन गये है, अब पत्रकारों को कार्य करने की स्वतंत्रता लगभग समाप्त हो गयी है, खबरे व्यावसायिक हो गयी है। अतः मीडिया सोशल सर्विस के लिये जागरूकता जरूरी है।
बैंक महाघोटाले पर मोदी स्टाईल मे बोले लालू यादव- मित्रों, एेसे चौकीदार को बदलना चाहिये कि नही ?
प्रांशु मिश्रा ने कहा कि जर्नलिस्ट सेफ्टी एक्ट बनाये जाने की वकालत करते हुए कहा कि बाजारवाद मीडिया पर हावी हो गया है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता समिति गठित किये जाने पर संतोष जताया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार विक्रम राव, रजा रिज़वी, सुमन गुप्ता, नवनी जोशी, हेमन्त तिवारी तथा समाज सेवी कमल टावरी सहित बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे।