प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोक सेवा दिवस पर, महान सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि
April 21, 2020
नयी दिल्ली, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोक सेवा दिवस पर लोक सेवकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों की तरह, लोक सेवक भी कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 को सफलतापूर्वक हराने में लोक सेवकों के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘वे चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, जरूरतमंद लोगों की सहायता कर रहे हैं और सभी लोग स्वस्थ रहें, इसको सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’’ मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘लोक सेवा दिवस पर, मैं महान सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने हमारे प्रशासनिक ढांचे की कल्पना की और एक ऐसी प्रणाली का निर्माण करने पर जोर दिया, जो प्रगति-उन्मुख और दयालु हो।’’
प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के अनुसार, लोक सेवा दिवस 21 अप्रैल को मनाया जाता है क्योंकि 1947 में इसी दिन, देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित किया था। उन्होंने लोक सेवकों को ‘भारत का स्टील फ्रेम’ कहा था।
राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा, ‘‘लोक सेवा दिवस पर, अतीत और वर्तमान में काम करने वाले सभी लोक सेवकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं। जन कल्याण के लिए नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने में हमारी लोक सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।’’
उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘वर्तमान समय में भी, हमारे देश की मजबूत लोक सेवा ने संवेदनशीलता और दक्षता के साथ कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति को संभालने में अपनी ताकत और संकल्प को दिखाया है। विश्वास है कि हमारी लोक सेवा अपनी सर्वश्रेष्ठ परंपराओं के अनुरूप काम करती रहेगी।’’ उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘आज लोक सेवा दिवस पर, मैं अपने देश के सभी लोक सेवकों को कार्यक्रमों में नीतियों को प्रभावी ढंग से और कुशलतापूर्वक लागू करने के लिए बधाई देता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र को कोविड 19 संक्रमण से निरापद रखने में निष्ठापूर्वक प्रयासरत सभी लोक सेवा के अधिकारियों,उनके सहयोगियों, हमारे स्वास्थ्य, पुलिस और स्वच्छता कर्मियों का अभिनन्दन करता हूं और देशवासियों की तरफ से उनका आभार व्यक्त करता हूं।’’
नायडू ने कहा, ‘‘कोरोना के विरुद्ध यह अभियान कितना लंबा चलेगा यह अभी अनिश्चित है। मुझे विश्वास है कि सिविल सेवा के हमारे अनुभवी और दक्ष अधिकारियों की सहायता से राष्ट्र इस अभियान में विजय प्राप्त करेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय स्तर पर अधिकारियों ने गरीब लोगों, विपन्न मजदूरों, वृद्ध जनों की सेवा के लिए नए प्रयास, नवीन प्रयोग किए, उससे न सिर्फ मानवता सम्मानित हुई है बल्कि जनता की प्रशासन में आस्था और विश्वास बढ़ा है। हमारे लोकतंत्र के लिए यह शुभ संकेत है।’’