गांधी ने ट्वीट कर कहा, ”वर्ष 2014 के बाद से भारत वैश्विक भूख सूचकांक की रैंकिंग में लुढ़कता जा रहा है। अब 102वें स्थान पर पहुंच गया है। ”
उन्होंने दावा किया, ”यह रैंकिंग सरकार की नीतियों की घोर विफलता है और मोदी के ‘सबका विकास’ दावे को बेनकाब कर दिया है जिसका गुणगान मोदी समर्थक मीडिया करता रहता है।”
दरअसल, भारत 117 देशों के वैश्विक भूख सूचकांक में 102वें स्थान पर चला गया है। यह दक्षिण एशियाई देशों का सबसे निचला पायदान है। बाकी दक्षिण एशियाई देश 66वें से 94 स्थान के बीच हैं।