राज बब्बर ने विवेक तिवारी की हत्या के मामले में किया बड़ा खुलासा
September 30, 2018
लखनऊ, एपल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की गोली से मौत के बाद सियासत भी तेज हो गई है. आज उनके आवास लखनऊ में न्यू हैदराबाद कालोनी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की.
अध्यक्ष राजबब्बर भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. इस दौरान राजबब्बर ने लखनऊ की कार्यप्रणाली और योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. राजबब्बर ने कहा मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा. यही नहीं उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के लिए कहा कि उनका संसदीय क्षेत्र है लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. राजबब्बर ने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम परिवार के साथ हैं. मामले में पुलिस का रोल बहुत शर्मनाक रहा. तस्वीर को देखकर साफ लग रहा है कि गाड़ी बाद में डैमेज की गई. यही नहीं मामले में पुलिस ने आरोपी सिपाही का मेडिकल नहीं कराया, जबकि उन्हें जानकारी मिली है कि दोनों सिपाही नशे में थे.
मुआवजे पर राजबब्बर ने कहा कि परिवार को 25 लाख रुपया बहुत कम है. मृतक का 35 लाख सालाना पैकेज था. नौकरी का वादा प्लेन पेपर पर किया गया है. हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री इस परिवार से मिलें. अगर इस परिवार के साथ धोखा हुआ तो हम सरकार को घेरेंगे.
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के क्षेत्र रायबरेली, सुल्तानपुर का ये परिवार है. उन्होंने कहा कि विवेक तिवारी का गाड़ी में फोन बजता रहा लेकिन परिवार को सूचना नहीं दी गई. चश्मदीद के पास परिवार का नंबर था लेकिन बात नहीं कराई गई. यही नहीं एक बड़े अधिकारी ने कहा कि सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई, जिसने गोली चलाई उसे पुलिस गोद मे उठा कर ले गई.
राजबब्बर ने कहा कि चश्मदीद को घर मे नज़रबंद किया गया. इसी तरह पुलिस ने मथुरा में बच्चे को एनकाउंटर में मार दिया. इस मामले में मीडिया ने जरा भी ढील दी होती तो विवेक तिवारी को अपराधी बताकर एनकाउंटर करने का बयान देते. कहा जाता कि भाग रहा था इसलिए मार दिया. उन्होंने कहा कि तहरीर सादे कागज़ पर ली गई. पुलिस जानती थी कि किसने मारी गोली, फिर भी अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज की. राजबब्बर ने कहा कि दोनों आरोपी सिपाही छक कर पिए हुए थे.