नई दिल्ली, लोकसभा चुनाव 2019 के पांचवें चरण के तहत उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर सोमवार को मतदान होना है। संवेदनशील सीटों पर निर्बाध चुनाव कराने के लिए प्रशासन ने कुछ लोगों पर नजरबंद करने की कार्रवाई की है।
कौशाम्बी लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन पूर्व मंत्री व कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया समेत दस लोगों को मतदान के दिन 6 मई को घर में नजरबंद रखेगा। पुलिस के साथ वह वोट देने मतदान केंद्र पर जाएंगे। बाबागंज विधायक, कुंडा के चेयरमैन पति और चार ब्लॉकों के प्रमुखों समेत अन्य प्रभावशाली लोगों पर पुलिस की नजर रहेगी। मतदान खत्म होने तक सभी पुलिस की निगाह में रहेंगे।
कुंडा व बाबागंज में शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान कराने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिन लोगों से चुनाव प्रभावित होने की आशंका थी, उन्हें जिला प्रशासन सोमवार को घरों में नजरबंद रखेगा। सोमवार को मतदान के दिन सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे की अवधि तक जनसत्ता दल के मुखिया व कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया, विधायक बाबागंज विनोद सरोज, ब्लॉक प्रमुख कुंडा संतोष सिंह, प्रमुख बाबागंज हितेश कुमार सिंह उर्फ पंकज, कालाकांकर प्रमुख बीएन सिंह, बिहार प्रमुख अनुभव यादव व धर्मेंद्र सिंह को नजरबंद रखा जाएगा।
इसके साथ ही सपा के जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव, कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष के पति गुलशन यादव व भाजपा के जिला पंचायत सदस्य ठाकुर प्रकाश सिंह की गतिविधियों पर भी पुलिस का पहरा होगा। सभी पुलिसकर्मियों के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए निर्धारित मतदेय स्थल पर जाएंगे और मतदान करके अपने आवास पर रहेंगे। इसके अलावा वह कहीं भी भ्रमण नहीं कर सकेंगे। उनके सुरक्षाकर्मी भी उनके साथ बने रहेंगे।
इस मामले में दो दिन पहले सांसद विनोद सोनकर ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी दिल्ली को 31 लोगों की लिस्ट भेजकर चुनाव के दिन पाबंद करने की मांग की थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इसकी सूचना जिलाधिकारी को भेजी। डीएम ने उपजिलाधिकारी से आख्या मांगी। इसके बाद 10 लोगों को पाबंद कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि राजाभैया समेत 10 लोगों को आयोग के निर्देश पर नजरबंद किया गया है।