बेआवाजों की आवाज बनने के लिए, रवीश कुमार को मिला मैगसेसे पुरस्कार, मिल रही बधाई
August 2, 2019
नई दिल्ली, एनडीटीवी इंडिया के मैनेजिंग एडिटर रवीश कुमार को वर्ष 2019 के ‘रैमॉन मैगसेसे’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पुरस्कार संस्था ने ट्वीट कर बताया कि रवीश कुमार को यह सम्मान “बेआवाजों की आवाज बनने के लिए दिया गया है.”
रैमॉन मैगसेसे अवार्ड फाउंडेशन ने इस संबंध में कहा, “रवीश कुमार का कार्यक्रम ‘प्राइम टाइम’ ‘आम लोगों की वास्तविक, अनकही समस्याओं को उठाता है.” उनके इस सम्मान पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने भी ट्विटर के जरिए बधाई दी है.
मायावती ने ट्वीट किया कि ”एनडीटीवी के मैनेजिंग एडिटर व देश के जान-माने पत्रकार रवीश कुमार को सन 2019 का रेमान मैगसेसे एवार्ड से सम्मानित होने पर बधाई. उम्मीद है कि देश का मीडिया जगत जनभावना के अनुरूप लोकतंत्र के चौथे स्तंभ होने की अपनी जिम्मेदारी निर्भीकता के साथ निभाकर देश व संविधान की सेवा करता रहेगा.”
वर्ष 1996 से रवीश कुमार एनडीटीवी से जुड़े रहे हैं. शुरुआती दिनों में एनडीटीवी में आई चिट्ठियां छांटा करते थे. इसके बाद वो रिपोर्टिंग की ओर मुड़े और उनकी सजग आंख देश और समाज की विडंबनाओं को अचूक ढंग से पहचानती रही. उनका कार्यक्रम ‘रवीश की रिपोर्ट’ बेहद चर्चित हुआ और हिंदुस्तान के आम लोगों का कार्यक्रम बन गया.
बाद में एंकरिंग करते हुए उन्होंने टीवी पत्रकारिता की जैसे एक नई परिभाषा रची. इस देश में जिसे भी लगता है कि उसकी आवाज कोई नहीं सुनता है, उसे रवीश कुमार से उम्मीद होती है. टीवी पत्रकारिता के इस शोर-शराबे भरे दौर में उन्होंने सरोकार वाली पत्रकारिता का परचम लहराए रखा है. सत्ता के खिलाफ बेखौफ पत्रकारिता करते रहे. आज उनकी पत्रकारिता को एक और बड़ी मान्यता मिली है.