नयी दिल्ली, देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के एक दिन में रिकाॅर्ड 5611 मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 106750 पर पहुंच गयी है तथा इस बीच महामारी से मरने वालों की संख्या 140 बढ़कर 3303 हो गयी लेकिन राहत की बात यह है कि पीड़ितों के स्वस्थ होने की दर में भी लगातार इजाफा हो रहा है जो बुधवार को करीब 40 फीसदी हो गयी।
राहत की एक और बात यह है कि संक्रमितों की मृत्यु दर बुधवार को गिरकर 3.09 पहुंच गयी जबकि मंगलवार को भी यह सोमवार की तरह ही 3.1 फीसदी रही थी। रविवार को यह फिर से मामूली गिरावट के साथ 3.1 प्रतिशत पर आ गयी जो पिछले साेमवार से 3.2 प्रतिशत पर स्थिर रही थी। इससे पहले गुरुवार और बुधवार को भी इसकी दर यही थी। यह दर पहले की तुलना में स्थिर मानी जा सकती है। उससे पहले यह दर कई दिनों तक 3.1 प्रतिशत पर स्थिर रही थी।
कोरोना वायरस से संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बुधवार को 39.62 प्रतिशत तक पहुंच गयी जो कि मंगलवार को 38.73 फीसदी थी। सोमवार को यह 38.29 फीसदी थी जबकि रविवार को 37.51 प्रतिशत थी। शनिवार को यह 35 फीसदी थी जबकि गुरुवार को यह 33.63 फीसदी थी। पिछले एक सप्ताह में रिकवरी दर में करीब छह फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है। यह दर वैश्विक महामारी से जूझ रहे विश्व के कई देशों की तुलना में काफी बेहतर है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार देश भर में 5611 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 106750 पर पहुंच गयी। इससे एक दिन पहले 4970 नये मामले सामने आये थे।
देश में इस संक्रमण से 140 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 3303 हो गयी।
संक्रमण के बढ़ते मामलों के बावजूद एक सकारात्मक पक्ष यह भी है कि इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है और पिछले 24 घंटों में 3124 लोग स्वस्थ हुए हैं जिसके साथ स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या 42298 हो गयी है।
देश में कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र प्रभावित हुआ है और कुल संक्रमण के मामलों में एक तिहायी हिस्सा यहीं का है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 4083 नये मामले सामने आये हैं जिसके बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या 37136 हो गयी है तथा कुल 1325 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 9639 लोग इसके संक्रमण से ठीक भी हुए हैं।
इसबीच स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने बताया कि इस समय पूरा विश्व लगभग पांच महीने से कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है। केन्द्र सरकार की इस बीमारी को लेकर शुरू से ही ‘काफी सतर्क तथा चरणबद्व’ नीति रही है। इसी के कुछ सकारात्मक परिणाम रहे हैं कि देश में इस बीमारी का उतना प्रभाव नहीं दिखाई पड़ा जितना विश्व के अन्य देशों में परिलक्षित हुआ।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से पूरा विश्व प्रभावित हुआ है और सभी देशों की बात की जाए ताे कोराेना वायरस के संक्रमितों की संख्या 62 व्यक्ति प्रति लाख है जबकि भारत में यह आंकड़ा 7़ 9 व्यक्ति प्रति लाख है। विश्व के शीर्ष 15 देशों की आबादी 142 करोड़ के आसपास है और भारत की आबादी 137 करोड़ है लेकिन हमारे देश की तुलना में उन देशों में 34 गुना अधिक संक्रमित व्यक्ति पाये गये हैं। इन देशों का कोरोना वायरस संक्रमित लोगों का आंकड़ा 36़ 45 लाख है जबकि भारत में कोरोना प्रभावितों की संख्या 1़ 07 लाख हैं।
श्री अग्रवाल ने बताया कि विश्व के उन विकसित देशों की जनसंख्या लगभग हमारे बराबर होने के बावजूद उनके यहां मृत्यु दर हमसे 83 गुना अधिक है और इन देशों के 2़ 73 लाख लोग कोरोना वायरस के कारण मारे गए हैं लेकिन भारत में मृतकों की संख्या 3303 ही है।
देश में 25 मार्च को लॉकडाउन के समय कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 7़ 1 प्रतिशत थी जो 16 अप्रैल को 11़ 42 प्रतिशत और तीसरे लॉकडाउन के समय 26़ 59 प्रतिशत हो गई और अब यह बढ़कर 39़ 62 प्रतिशत हो गई है। देश में इस समय जितने सक्रिय मामले हैं उनमें 2़ 94 प्रतिशत मरीजों को ऑक्सीजन, तीन प्रतिशत को आईसीयू और 0़ 45 प्रतिशत मरीजों को वेंटीलेटर की आवश्यकता हैं। अभी तक सबसे अच्छी बात यह है कि मात्र 6़ 93 प्रतिशत मरीजों को ही ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटीलेटर की आवश्यकता हो रही है जबकि विश्व के अन्य देशों में यह दर 10 से 15 फीसदी है।
कोरोना वायरस से प्रभावित होने के मामले में पांच अंकों के आंकड़ों वाली सूची में गुजरात दूसरे नंबर पर है। यहां कुल संक्रमितों की संख्या 12539 हो गई है तथा इसके संक्रमण से 749 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 5219 लोग इस बीमारी से उबर गये हैं।
तमिलनाडु तीसरे नंबर पर है। तमिलनाडु में अब तक 12448 लोग इससे संक्रमित हुए हैं तथा 84 लोगों की मृत्यु हुई है जबकि 4895 लोगों को उपचार के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की भी स्थिति इस जानलेवा विषाणु के कारण चिंताजनक बनी हुई है और यहां भी संक्रमितों की संख्या पांच अंकों पर पहुंच गयी है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 534 नये मामले सामने आये हैं, हालांकि इस दौरान किसी की मौत नहीं हुई है। यहां अब तक 11088 लोग संक्रमित हुए हैं तथा मृतकों का आंकड़ा 176 पर है जबकि 5192 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
राजस्थान में भी कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 5845 हो गयी है तथा 143 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 3337 लोग पूरी तरह ठीक हुए हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अब तक 4926 लोग इसकी चपेट में आए हैं तथा इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या 123 हो गयी है और 2918 लोग अब तक इससे ठीक हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में 2961 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 250 लोगों की मौत हो चुकी है और अब तक 1074 लोग ठीक हुए है। तेलंगाना में अब तक कोरोना वायरस से 1634 लोग संक्रमित हुए हैं। राज्य में जहां कोरोना से 38 लोगों की जान गई है वहीं 1010 लोग अब तक स्वस्थ हुए हैं।
दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में 2532 और कर्नाटक में 1397 लोग संक्रमित हैं तथा इन राज्यों में इससे मरने वालों की संख्या क्रमश: 52 और 40 हो गयी है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1317 हो गई है और 17 लोगों की मृत्यु हुई है।
इसके अलावा पंजाब में 38, हरियाणा में 14, बिहार में नौ, ओडिशा में पांच, केरल और असम में चार-चार, झारखंड, चंडीगढ़, और हिमाचल प्रदेश में तीन-तीन तथा मेघालय, पुड्डुचेरी और उत्तराखंड में एक-एक व्यक्ति की इस महामारी से मौत हुई है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि अब तक देश में कोरोना वायरस के 25 लाख से अधिक टेस्ट हो चुके हैं और संक्रमित मरीजों की जो संख्या सामने आ रही है, वह मात्र 4़ 5 प्रतिशत ही है और विश्व के अन्य देशों में बड़े पैमाने पर लोगों की जांच की जा रही है और वहां भी संक्रमितों का यही प्रतिशत निकल रहा है। कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण पर उन्होंने कहा कि यह अभी उस स्तर पर नहीं आया हैं और कुछ राज्यों में खास पॉकेट अथवा ऐसे स्थान हैं जहां इसके मामले अधिक देखे जा रहे हैं जिनसे निपटने के लिए कंटेनमेंट रणनीति अपनाई जा रही है। जब तक इसका कोई कारगर इलाज नहीं मिल जाता तब तक हमें साफ-सफाई और अपनी आदतोें में बदलाव लाना होगा।
गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि लाॅकडाउन को लोकहित में 31 मई तक बढ़ाया गया है और इस बारे में दिशा-निर्देश जारी किए गये हैं। परिस्थितियों को देखते हुए राज्य सरकारों ने अपने यहां दिशा-निर्देश
जारी किए हैं और गृह मंत्रालय स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिक रमन गंगाखेड़कर ने बताया कि अब तक कोरोना टेस्टिंग वाले मरीजाें की संख्या बढ़कर 2536156 हो गई है और कुल 107609 नमूनों की जांच की गई थी।