नयी दिल्ली, आरएसएस विचारक स्वामीनाथन गुरुमूर्ति ने भारत- चीन के बीच सीमा पर तनाव के बीच शनिवार को कहा कि चीन ने अपनी वित्तीय स्थिति अत्यधिक ऋणग्रस्त होने के बावजूद गलत चाल चली है।
गुरुमूर्ति ने कहा कि जीडीपी की तुलना में चीन का अनुपातिक ऋण 250 प्रतिशत है। इस तरह के अस्थिर ऋण स्तर और वैश्विक बाजार पर निर्भरता के बीच उसे राजनीति में इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए।
उन्होंने जेएनयू द्वारा आयोजित ‘कोविड-19: विश्व और भारत’ पर 10वें प्रोफेसर पी एन श्रीवास्तव स्मृति व्याख्यान को संबोधित करते हुए कहा, ‘चीन ने गलत चाल चली है। उसे पता नहीं है कि ऐसे समय में कैसी चाल चली जाती है।’
उन्होंने कहा, ‘चीन ने एक साथ कई मोर्चे खोल दिये हैं। विशाल उत्पादन ढांचे के बावजूद उसकी वित्तीय हालत बहुत अच्छी नहीं है क्योंकि उसका ऋण स्तर काफी अधिक है।’
उन्होंने कहा कि चीन को ऐसी हालत में ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिये।