समाजवादी पार्टी का यूपी मे जोरदार प्रदर्शन, कई जिलों मे पुलिस से हुआ संघर्ष
August 9, 2019
लखनऊ , समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था और जनहित की उपेक्षा की दुहाई देते हुये शक्ति प्रदर्शन किया । पार्टी का दावा है कि प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन में करीब 12 लाख कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।
राजधानी लखनऊ समेत राज्य के सभी 75 जिला मुख्यालयों पर धरना दिया गया तथा जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को सम्बोधित 25 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। प्रदेश व्यापी धरना कार्यक्रम में कार्यकर्ता, पदाधिकारी, सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, एवं जन सामान्य ने भागीदारी की। शांतिपूर्ण धरना दे रहे समाजवादी कार्यकर्ताओं पर आज प्रशासन ने कई जगह बल प्रयोग किया जिसमें बड़ी संख्या में लोग घायल हुए।
अमरोहा, अलीगढ़, गोरखपुर में पुलिस प्रशासन ने धरना दे रहे लोगों से दुव्र्यवहार किया। जिला प्रशासन के निर्देश पर पुलिस ने धरना स्थल से टेंट उखाड़ दिए, माइक छीन ले गए और दरियां भी हटा दीं। गोरखपुर में पुलिस ने लाठी चार्ज किया। एक हजार कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। लखनऊ में पुलिस ने समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाईं जिसमें कई महिलाएं घायल हो गईं।
पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि पुलिस और प्रशासन का रवैया पूर्णतया अलोकतांत्रिक और दमनात्मक रहा। सरकार बदले की भावना से काम करते दिखाई दी। राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि आज समाजवादी पार्टी के शांतिपूर्ण धरना पर पुलिस द्वारा अकारण बल प्रयोग से साबित हो गया है कि भाजपा सरकार जनता और विपक्ष की आवाज को कुचलना चाहती है। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है, किसान त्रस्त है, नौजवान बेकारी में दिन काट रहे हैं, गरीब की कहीं सुनवाई नहीं है, पुलिस फर्जी एनकाउण्टर कर रही है। महिलाएं एवं बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। भ्रष्टाचार बढ़ा है। विकास अवरूद्ध है, समाजवादी पार्टी इन तमाम जन समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान दिलाना चाहती है।
उन्होने कहा कि उन्नाव की रेप पीड़िता को न्याय मिले, मिर्जापुर.सोनभद्र में आदिवासियों को उनकी जमीन का पट्टा मिले, रामपुर में मोहम्मद आजम खां का उत्पीड़न बंद हो सहित 25 सूत्रीय मांगों को लेकर आज समाजवादी पार्टी द्वारा धरना दिया गया और जिलाधिकारी को महामहिम राज्यपाल महोदया को सम्बोधित ज्ञापन दिया गया। प्रदेश में जंगलराज है। भाजपा सरकार का रवैया पूर्णतया अलोकतांत्रिक और जनविरोधी है। अब इसे और ज्यादा सहन नहीं किया जाएगा। अनन्तकाल तक जनता के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इटावा में प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो रामगोपाल यादव के नेतृत्व में लोग धरना पर बैठे।
बलिया में नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, फतेहपुर में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, लखीमपुर में सांसद रवि वर्मा, लखनऊ में राष्ट्रीय महासचिव इन्द्रजीत सरोज के नेतृत्व में धरना में हजारों की संख्या में जन भागीदारी रही। इसके अलावा रामपुर में विधायक अब्दुल्ला आजम खां के साथ सम्भल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क, मुरादाबाद के सांसद एसण्टी हसन, राज्यसभा सदस्य विशम्भर प्रसाद निषाद, जावेद अली और नसीर खां विधायक पार्टी के धरना कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल हुए।
आगरा में पूर्व सांसद रामजी लाल सुमन, झांसी में सांसद चन्द्रपाल सिंह, आजमगढ़ में राष्ट्रीय महासचिव बलराम यादव, बदायूं में पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव, फिरोजाबाद में पूर्व सांसद अक्षय यादव, मैनपुरी में पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव तथा बाराबंकी में पूर्व मंत्री अरविन्द सिंह गोप के नेतृत्व में धरना दिया गया। मेरठ, मुजफ्फरनगर, जौनपुर, सहारनपुर, हरदोई, कानपुर समेत अन्य जिलों में भी बड़ी संख्या में जनता ने भी समाजवादी पार्टी के धरना कार्यक्रम में भागीदारी की। हालांकि इस अहम मौके पर कार्यकर्ताओं की हौसलाफजाई के लिये पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव नदारद रहे।