जानिए, क्यों पहनती है महिलाएं सावन में हरे रंग की चूड़ियां…
July 20, 2019
सावन का महीना शुरू हो गया है. माना जाता है कि सावन के इस पावन महीने में भगवान शिव की अराधना करने से कई सारी मनोकामनाएं पूरी होती है. शिवजी जी को मानने वाले लोगों के लिए यह महीना बेहद ही खास होता है. इस पावन महीने में हर तरफ हरियाली छा जाती है.
सावन के महीने में हर तरह हरियाली छाई रहती है, बारिश की वजह से पेड़ पौधों की पत्तियां मानो एकदम नई जैसी लगती हैं. प्रकृति के साथ ही महिलाएं भी इस मौसम में हरा रंग पहनना पसंद करती हैं. कपड़ों, चूड़ियों और बिंदी तक पर मानो हरा रंग फैशन का पर्याय बन जाता है. लेकिन क्या आप जानना चाहते हैं कि आखिरकार सावन में हरा रंग पहनने के क्या मायने हैं. हरा रंग खुशहाली का प्रतीक होता है. सावन के मौसम में ज़्यादातर हिंदू धर्म की शादीशुदा महिलाएं हरे कपड़े और हरी चूड़ियां पहनना पसंद करती हैं ताकि उनके और परिवार के सदस्यों के जीवन में खुशहाली बनी रहे. एक खुशहाल परिवार में ही सौभाग्य भी आता है.
कुछ धर्म ग्रंथों में बुध ग्रह को हरे रंग का स्वामी बताया गया है. माना जाता है कि जिस जातक का बुध ग्रह कमजोर हो उसे हरा रंग पहनना चाहिए. इससे जातक के जीवन में बुध ग्रह की स्थिति मजबूत होती है. यह भी मान्यता है कि इससे संतान की चाहत पूरी होती है. मान्यता है कि महादेव को हरा रंग अति प्रिय है. चूंकि सावन भगवान शिव को समर्पित माह माना गया है. इसलिए शादीशुदा महिलाएं सावन में भगवान शिव का आशीर्वाद पाने और पति की लंबी आयु की कामना करते हुए हरा रंग धारण करना पसंद करती हैं.