कराेडाें की ठगी करने वाला सेना का फर्जी अधिकारी, एसे फंसाता था चंगुल में ?
July 14, 2019
लखनऊ, उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ;एसटीएफ ने भारतीय सेना में भर्ती करवाने के नाम पर 150 से भी ज्यादा लोगाें से कराेडाें की ठगी करने वाले सेना के फर्जी जूनियर कमीशन अधिकारी ;जेसीओ भगाेड़े आलोक कुमार अवस्थी काे कानपुर से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने यहां यह जानकारी दी। सूचना पर एसटीएफ ने शनिवार रात कानपुर कैंट इलाके से उन्नाव के बीघापुर के रहने वाले कार सवार आलोक कुमार अवस्थी को शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से भारतीय सेना का परिचय पत्र मद्रास इंजीनियर ग्रुप एण्ड सेन्टर द्वारा 2010 में जारी किया गयाए कैन्टीन स्मार्ट कार्ड ,दो मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया।
उन्होंने बताया कि काफी दिनाें से विभिन्न सरकारी विभागाें एवं भारतीय सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर सैकडाें बेराेजगाराें से ठगी करने वाले गिराेह के सक्रिय हाेने की सूचनाएं प्राप्त हाे रही थी। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों काे लगाया गया था। इसी क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम के निर्देशन में कानपुर फील्ड इकाई के उप निरीक्षक घनश्याम यादव के नेतृत्व मे टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। श्री सिंह ने बताया कि सूचना संकलन के दौरान पता चला कि उन्नाव जिले के बीघापुर इलाके के रैथाना निवासी आलोक कुमार अवस्थी जाे सेना का भगाेडा जवान है । पूछताछ पर उसने बताया कि वह लाेगाें काे खुद काे भारतीय सेना का जूनियर कमीशन अधिकारी बता कर लोगों को अपने प्रभाव में लेता था।
वह रिश्तेदारों और मित्रों के माध्यम से सम्पर्क में आये लोगाें काे आर्मी का परिचय पत्र एवं कैन्टीन का स्मार्ट कार्ड दिखाकर इन्टरनेट व व्हाटसएप के माध्यम से दिखाकर यह विश्वास दिलाता था कि उसकी पहुॅच सेना उच्चाधिकारियों से है और उनके माध्यम से वह उनको भर्ती करवा देगा, लोगों काे झांसा देने के लिए वह अपने लीकर कार्ड से लोगाें काे आर्मी कैन्टीन से सामान भी दिलवा देता था, जब लोग उसके झांसे में आ जाते थे। उन्होंने बताया कि यह सेना में भर्ती कराने का झांसा देकर लोगों से तीन से पांच लाख रूपये देने के की मांग करता था।
भर्ती के लिए तैयार हाेने वालों से अपने बैंक खाते में कुछ नगद पैसा ले लेता था। नौकरी लगवाने की बात अक्सर इन्टरनेट से ही करता था।आलोक कुमार उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश, बिहार के काफी लोगों से ठगी की है। कडाई से पूछताछ पर आलोक ने बताया कि वह करीब 150 लोगाें से सेना में भर्ती कराने के नाम पर पैसा लेने की बात स्वीकार की गयी है। उन्होंने बताया कि इसकी ठगी के शिकार लोगों की संख्या अधिक हो सकती है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी की जा रही है। श्री सिंह ने बताया कि आलोक की गिरफ्तारी के मध्य भारतीय सेना की इन्टेलीजेंन्स विंग द्वारा अपेक्षित सहयाेग प्रदान किया गया।
आलोक कुमार अवस्थी द्वारा ठगी के रूपयाें से अपने गाॅव में मकान भी बनवाया जा रहा है, जिसमे अबतक लगभग एक करोड रूपया लगा चुका है। ठगी के रूपयों से ही कार खरीदी है। आरोपी को कानपुर कैंट थाने में दाखिल करा दिया। अदालत में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया।